वाराणसी। गंगा पुष्करालु कुंभ में पुण्य की डुबकी लगाने काशी आए दक्षिण भारतीय श्रद्धालुओं ने बुधवार को मानसरोवर घाट पर गंगा सफाई अभियान में श्रमदान दान किया।
घाट पर तेलुगू भाषी श्रद्धालुओं ने गंगा में पवित्र स्नान के बाद नमामि गंगे और 137 प्रादेशिक सेना गंगा टास्क फोर्स (सीईटीएफ) के जवानों के साथ मां गंगा की आरती उतारी। दक्षिण भारत के तेलंगाना व आंध्र प्रदेश के श्रद्धालुओं ने गंगा किनारे की सफाई में भी हाथ बंटाया। मानसरोवर, क्षेमेश्वर, राजा और नारद घाट के गंगा तट पर इधर-उधर बिखरे कचरे और पॉलिथीन को कूड़ेदान तक पहुंचाने में भी मदद की।
तेलुगु भाषा में लाउडस्पीकर से स्वच्छता बनाए रखने की अपील भी की। राष्ट्रध्वज तिरंगा और ॐ लिखी पताका हाथों में लेकर सभी ने गंगा की स्वच्छता का संकल्प लिया। उत्तर और दक्षिण की संस्कृति के मिलन के साक्षी उत्तरवाहिनी गंगा के मानसरोवर घाट पर ‘सबका साथ हो गंगा साफ हो’ का गगनभेदी उद्घोष गूंजता रहा।
नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि पतित पावनी गंगा दक्षिण से उत्तर तक और पूर्व से पश्चिम तक भारत की सांस्कृतिक-सभ्यता को जोड़ने की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होंने कहा कि ‘गंगा स्वच्छता की जिम्मेदारी थोड़ी हमारी थोड़ी तुम्हारी’ और ‘सबका साथ हो गंगा साफ हो’ के संकल्प की पूर्ति के लिए भारतीय जनमानस को अपना योगदान देना होगा। आयोजन में गंगा टास्क फोर्स से सुबेदार शिवेंद सिंह और जवान, श्रीनिवास राव, रामनिवास शर्मा, नामदेव गुप्ता, राजशेखर द्रविड़, लक्ष्मी रेड्डी, पार्वती देशमुख आदि शामिल रहे।