राज्य लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों के चौबीसवें राष्ट्रीय सम्मेलन का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सिग्नेचर बिल्डिंग में शुभारंभ किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संघ व राज्य लोक सेवाओं की भूमिका युवाओं को आगे बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण है। उत्तर प्रदेश में देवतुल्य नदियां हैं, जिस कारण यह राज्य बहुत उर्वर है। राज्य में अनेक धार्मिक व आध्यात्मिक धरोहर हैं, जिन पर गर्व किया जा सकता है। यूपी ने राजनीतिक संक्रमण का दौर भी देखा। इस कारण राज्य को माफिया ने जकड़ रखा था।
पहले यूपी में राज्य लोक सेवा व अधीनस्थ चयन आयोग की भर्ती नही हो पाती थी। भाई भतीजा वाद जाति वाद हावी था। सामाजिक न्याय का मुखौटा लगा कर अपने लोगों को गलत तरीके से भर्ती करते थे। हमने अच्छे अधिकारियों को आयोग में रखा। पारदर्शी तरीकों से भर्ती कराई। हमने किसी नवजवान के साथ भेदभाव नही होने दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले भर्ती ईमानदारी से नही होती थी। स्कूल कालेजों में शिक्षक व अस्पतालों में डॉक्टर नही थे। हमने 5.30 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी। कोई इस पर उंगली नही उठा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उपद्रव होते थे अब उत्सव होते हैं। पहले पुलिस जनता में भय का कारण बनती थी अब उन्हें सुरक्षा देती है। यूपी में आज ईद शान्ति मनाई जा रही है। नमाज सड़को पर नहीं ईदगाह में हो रही है। अब यूपी कानून का राज है। किसी के साथ कही कोई भेदभाव नहीं। नौकरी में अब कोई भेदभाव होता है। योग्यता को ही महत्व मिलता है। अब प्रयागराज में लोक सेवा आयोग के दफ्तर का घेराव नहीं होता है।
बता दें कि रविवार को समापन समारोह होगा। इसमें मुख्य अतिथि इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस राजेश बिंदल होंगे। सम्मेलन में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत, महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष किशोर राजे निंबलकर, असम के बीबी देव चौधरी, गोवा के जोस मैनुअल नोरोन्हा, हरियाणा के आलोक वर्मा, हिमाचल प्रदेश के रामेश्वर सिंह ठाकुर, राजस्थान के संजय कुमार श्रोतिया, आन्ध्र प्रदेश के डी. गौतम सवांग, ओडिशा के डॉ. सत्यजीत मोहंती, झारखंड की डॉ. मैरी नीलिमा, उत्तराखंड के डॉ. राकेश कुमार, मणिपुर के लाइसराम अंगम चंद सिंह, नागालैंड के डब्ल्यू होंजे कोन्यक, गुजरात के नलिन बी. उपाध्याय, केरला के एमआर बैजू, मेघालय के पॉल आर. मार्विन, मध्य प्रदेश के प्रो. राजेश लाल मेहरा, सिक्किम के एसबी सुब्बा, कर्नाटक लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष शिवशंकरप्पा एस. साहूकार रहे।