एमी विर्क ने साझा किया करियर का सबसे भावनात्मक पल, जब 'हरजीता' को मिला था राष्ट्रीय पुरस्कार


मुंबई, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। मशहूर पंजाबी एक्टर और सिंगर एमी विर्क इन दिनों अपनी नई फिल्म ‘गोडे गोडे चा 2’ को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बीच उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में अपने करियर का एक बेहद खास और भावनात्मक पल साझा किया, जो साल 2018 में आया था, जब उनकी फिल्म ‘हरजीता’ को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

उस खास पल को बॉलीवुड के सुपरस्टार रणवीर सिंह ने और भी यादगार बना दिया था, जिनके साथ एमी उस समय लंदन में फिल्म ’83’ की शूटिंग कर रहे थे।

आईएएनएस से बात करते हुए एमी ने बताया कि जब ‘हरजीता’ को नेशनल अवॉर्ड मिला था, तब उन्हें उस उपलब्धि की असली अहमियत का अंदाजा ही नहीं था। उन्होंने कहा, ”बहुत से लोग फिल्में इस सोच के साथ बनाते हैं कि उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिले, लेकिन जब सच में ये सम्मान मिल जाता है, तो वो ‘सोन पे सुहागा’ जैसा होता है। यह एक ऐसा पुरस्कार है जो किसी भी कलाकार के करियर में मील का पत्थर होता है।”

उस पल को याद करते हुए एमी ने बताया, ”हम लंदन में फिल्म ’83’ की शूटिंग में व्यस्त थे, जब हमारी टीम के एक सदस्य, मराठी अभिनेता और निर्देशक आदिनाथ कोठाके को उनकी फिल्म ‘पानी’ के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला। सेट पर सब लोग एक कोने में खड़े होकर ताली बजा रहे थे। मैं और रणवीर सिंह उस समय मैदान के बीच में खड़े थे। मैंने रणवीर से पूछा कि क्या हुआ है, तो उन्होंने बताया कि उनके दोस्त को अवॉर्ड मिला है।”

एमी ने इस बातचीत को याद करते हुए आगे बताया, ‘मैंने रणवीर से पूछा, ‘क्या ये बहुत बड़ी बात है?’ उन्होंने कहा, ‘बहुत बड़ी बात है, तुम्हें पता नहीं?’ मैंने जवाब दिया, ‘हमारी फिल्म को भी मिला है ऐसा अवॉर्ड और दूसरा हमारे चाइल्ड आर्टिस्ट के लिए।’ यह सुनकर रणवीर हैरान रह गए और बोले, ‘सच में?’ मैंने कहा, ‘हां।”

इसके बाद रणवीर सिंह ने एमी का हाथ पकड़कर डायरेक्टर कबीर खान को बताया कि एमी की फिल्म को भी नेशनल अवॉर्ड मिला है और सभी को उनके लिए भी तालियां बजानी चाहिए। एमी ने हंसते हुए कहा कि बाकी लोगों ने कहा कि तुमने बताया ही नहीं, तो मैंने जवाब दिया कि मुझे खुद नहीं पता था कि ये इतनी बड़ी बात होती है।

एमी विर्क ने आगे कहा कि उसी दिन उन्हें इस सम्मान की असली कीमत समझ आई। उन्होंने कहा, ”जब आप सोचते हैं कि पूरे देश की 140 करोड़ की आबादी में से आपको ये सम्मान मिला है, तो एहसास होता है कि ये कितनी बड़ी बात है। आप एक छोटे से इलाके से आते हैं और वहां से निकलकर देशभर में अपना नाम बनाते हैं, तो ये गर्व की बात होती है।”

उन्होंने कहा, ”बाकी अवॉर्ड्स में बहुत बार ऐसा होता है कि अगर आप कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए, तो शायद आपका नाम नॉमिनेशन लिस्ट में भी न आए। लेकिन नेशनल अवॉर्ड एक ऐसा सम्मान है जो पूरी तरह ईमानदारी से दिया जाता है, इसलिए इसकी अहमियत सबसे ज्यादा है।”

एमी की फिल्म ‘हरजीता’ एक सच्ची कहानी पर आधारित है, जो भारतीय जूनियर हॉकी टीम के कप्तान हरजीत सिंह की जिंदगी को दर्शाती है। फिल्म को ‘बेस्ट पंजाबी फिल्म’ और ‘बेस्ट चाइल्ड एक्टर’ के लिए दो नेशनल अवॉर्ड्स मिले थे।

–आईएएनएस

पीके/डीएससी


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