क्या बिग बॉस में जाएंगे अर्जुन बिजलानी? अभिनेता ने दिया दिलचस्प जवाब

मुंबई, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। टेलीविजन इंडस्ट्री के चर्चित और पसंदीदा अभिनेता अर्जुन बिजलानी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह न केवल एक्टिंग में माहिर हैं, बल्कि रियलिटी शोज में भी दमदार प्रदर्शन करने में पीछे नहीं हैं।
हाल ही में उन्होंने बिजनेस टायकून अशनीर ग्रोवर द्वारा होस्ट किए जा रहे रियलिटी शो ‘राइज एंड फॉल’ की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। इस जीत के बाद अर्जुन सुर्खियों में छा गए हैं। जहां एक तरफ फैंस उन्हें बधाइयां दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उन्होंने अपनी निजी जिंदगी, मानसिक मजबूती और खास बिग बॉस को लेकर खुलकर बात की।
आईएएनएस से एक खास बातचीत के दौरान अर्जुन ने शो जीतने को लेकर अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा, “‘राइज एंड फॉल’ ने मुझे यह सिखाया कि हर गिरावट एक नए उत्थान की शुरुआत होती है। यह शो मेरे लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। यह हर दिन नई चुनौती, तनाव और दबाव लेकर आता था, लेकिन इस सबसे मैं और भी मजबूत बनता था। जीतने का अहसास अब भी किसी सपने जैसा लग रहा है।”
अर्जुन ने बताया कि यह सफर उनके लिए सिर्फ एक रियलिटी शो नहीं, बल्कि जिंदगी के कुछ सबसे अहम सबक सिखाने वाला अनुभव रहा।
शो की जीत में साथियों की भूमिका को लेकर भी उन्होंने दिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने खासतौर पर आरुष और अरबाज का नाम लिया, जिन्होंने उन्हें फिनाले में विजेता बनाने के लिए चुना। अर्जुन ने कहा, ”अगर इन दोनों ने मेरा नाम नहीं लिया होता, तो शायद मैं ट्रॉफी तक नहीं पहुंच पाता।” उन्होंने पूरे दिल से सभी प्रतियोगियों और शो की टीम को शुक्रिया कहा और यह जीत सभी के साथ साझा की।
इंटरव्यू के दौरान अर्जुन से पूछा गया कि क्या वह अब बिग बॉस जैसे पॉपुलर रियलिटी शो में हिस्सा लेने की सोच रहे हैं। इस पर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि वे जिंदगी को धीरे-धीरे जीना पसंद करते हैं। फिलहाल उनका ध्यान दीपावली के त्यौहार को मनाने पर है।
उन्होंने कहा, ”बिग बॉस अगले साल आएगा, तब देखा जाएगा।”
वहीं जब आईएएनएस ने अर्जुन से पूछा कि इस इमोशनल और टफ जर्नी के दौरान उन्होंने मानसिक संतुलन कैसे बनाए रखा, तो उन्होंने बताया, ”मेरे पास मेरी पत्नी नेहा और बेटे अयान की एक फोटो थी, जिसे देखकर मुझे हिम्मत और साहस मिलता था। यह फोटो मेरे लिए एक ताकत का स्रोत थी। भगवान गणेश में भी मेरी गहरी आस्था है। हर सुबह मैं जल्दी उठकर भगवान का नाम लेता था और खुद से वादा करता था कि मैं कोई ऐसा काम नहीं करूंगा जिससे बाद में मुझे पछताना पड़े।”
–आईएएनएस
पीके/एएस