ऑनलाइन नौकरी घोटाला मामले में 59 नागरिकों को वापस लाने के लिए दक्षिण कोरिया और कंबोडिया में वार्ता जारी

नोम पेन्ह, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। ऑनलाइन नौकरी घोटाले में कंबोडिया ने 63 दक्षिण कोरियाई नागरिकों को हिरासत में लिया है। दक्षिण कोरिया और कंबोडिया मामले को लेकर बातचीत कर रहे हैं। इनमें से चार लोगों को पहले ही दक्षिण कोरिया भेज दिया गया।
दक्षिण कोरिया हिरासत में लिए गए सभी नागरिकों को वापस लाने की योजना को अंतिम रूप देने के लिए कंबोडिया से बातचीत कर रहा है। एक संयुक्त प्रतिक्रिया दल ने शुक्रवार को कहा, “कंबोडियाई पुलिस ने घोषणा की थी कि उन्हें इस सप्ताह निर्वासित किया जाएगा।”
योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरियाई नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए अपराध की जांच के लिए नोम पेन्ह में मौजूद प्रतिक्रिया दल ने मीडिया से कहा कि प्रत्यावर्तन योजना के विवरण को अंतिम रूप देने के लिए कंबोडियाई अधिकारियों के साथ बातचीत अभी भी जारी है।
कंबोडियाई टीम ने मीडिया से कहा, “हमें कुछ तकनीकी और प्रशासनिक मुद्दों को सुलझाना है। इस समय उनके प्रस्थान के कार्यक्रम की घोषणा करना मुश्किल है।”
दूसरी ओर कंबोडियन पुलिस ने गुरुवार को कहा कि हिरासत में लिए गए 59 कोरियाई नागरिकों को शुक्रवार को दक्षिण कोरिया भेज दिया जाएगा। इन व्यक्तियों में वे लोग शामिल हैं जिन्हें ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाया गया था या फिर वे अपराध में संदिग्ध संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किए गए थे।
टीम ने आगे कहा, “दोनों पक्ष कोरियाई लोगों की शीघ्र स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।”
बता दें, इस मामले में 63 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से चार दक्षिण कोरियाई नागरिकों को इस सप्ताह की शुरुआत में अपने देश वापस भेज दिया गया।
सियोल की ओर से पहले बयान जारी किया गया था कि उसका लक्ष्य इस सप्ताह के अंत तक हिरासत में लिए गए लोगों को स्वदेश वापस लाना है।
राष्ट्रीय जांच कार्यालय के प्रमुख, वरिष्ठ अधीक्षक जनरल पार्क सुंग-जू, ऑनलाइन घोटालों पर चर्चा करने के लिए कंबोडिया के पुलिस प्रमुख से आज शाम मुलाकात करने वाले थे। दूसरे उप-विदेश मंत्री किम जिना कंबोडिया के गृह मंत्री से मिलने वाले हैं।
इससे पहले बुधवार को, दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने कोरियाई नागरिकों की तस्करी और यातना से जुड़े बढ़ते नौकरी घोटाले के संकट से निपटने के प्रयासों के तहत कंबोडिया स्थित अपने दूतावास में एक टास्क फोर्स का गठन किया है।
ली जे म्युंग सरकार के गठन के बाद से कंबोडिया में राजदूत का पद रिक्त है और आलोचकों ने इस अनुपस्थिति को सरकार की ढीली प्रतिक्रिया का एक कारण बताया।
टास्क फोर्स में मंत्रालय के वाणिज्य दूतावास मामलों, विकास सहयोग, और दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ ब्यूरो के अधिकारी भी शामिल हैं।
इससे पहले एक दक्षिण कोरियाई कॉलेज छात्र की क्रूर यातनापूर्ण मौत से जनता में काफी आक्रोश है। इस घटना के बाद टास्क फोर्स का गठन किया गया है और दक्षिण कोरिया कंबोडिया में अपने नागरिकों को निशाना बनाकर किए जा रहे अपराधों से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
–आईएएनएस
केके/एएस