फर्रुखाबाद: महंत राजू दास ने सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वालों को दी कड़ी चेतावनी


फर्रुखाबाद, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद के राजेपुर में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में अयोध्या की हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने सनातन धर्म के विरोधियों को कड़ी चेतावनी दी।

उन्होंने सनातन धर्म और धार्मिक ग्रंथों पर टिप्पणी करने वालों को ‘राक्षस, कालनेमी, दुराचारी और कुकर्मी पापी’ करार देते हुए कहा कि ऐसी आवाज उठाने वालों की ‘जीभ काट दी जाएगी’ और उंगली उठाने वालों की उंगली काट दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी ने आंख उठाई तो उसकी ‘आंखें फोड़ दी जाएंगी।’

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महंत राजू दास ने कहा कि जिस देश में भगवान राम जैसे पुत्र का जन्म हुआ, वहां सनातन धर्म पर टिप्पणी और देवी-देवताओं के अपमान की बात दुर्भाग्यपूर्ण है। परमात्मा को किसने देखा? जिसके मन में सत्य और निष्ठा होती है, वही परमात्मा को संतों, माता-पिता या भगवान के रूप में देख पाता है।

उन्होंने रामचरितमानस के प्रत्येक पात्र को अद्वितीय बताते हुए कहा कि आज भाई-भाई और पति-पत्नी के बीच कोर्ट में झगड़े हो रहे हैं, जबकि रामायण में भरत ने भाई राम के लिए राजगद्दी ठुकरा दी थी। मैं लोगों से चिंतन-मनन करने की अपील करता हूं कि आखिर समाज में ऐसी स्थिति क्यों उत्पन्न हो रही है।

महंत राजू दास ने हिंदू समाज में एकता की कमी पर चिंता जताई और कहा, “नौ राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हो चुके हैं। हम जातियों के अहंकार में बंटे हुए हैं। हमें यह छोड़कर एक होना होगा।”

महंत राजू दास ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए हिंदुओं से एकजुट होने का आह्वान किया और कहा कि जब तक समाज एक नहीं होगा, तब तक चुनौतियों का सामना करना मुश्किल होगा। जब तक साधु-संत, मठ-मंदिर और देवी-देवता सुरक्षित रहेंगे, तभी हिंदू समाज बचेगा।

उन्होंने इतिहास का हवाला देते हुए दावा किया कि देश में पहले 300 आतंकवादी आए थे और अब उनकी संख्या 40 करोड़ हो गई है। बाबर और औरंगजेब के वंशज लुटेरे थे।

महंत राजू दास ने समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “उनके माता-पिता ने उनका नाम अच्छा रखा, लेकिन उनके कार्य राक्षसों जैसे हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि वह एक बाबा हैं, लेकिन उन्हें ‘असलहा वाले’ लोग पसंद हैं, ताकि धर्म विरोधी बात करने वालों को शस्त्र से जवाब दिया जा सके। उन्होंने लोगों से अपने बच्चों को धर्मनिष्ठ और कर्मनिष्ठ बनाने की अपील की ताकि हिंदू समाज मजबूत रहे।

–आईएएनएस

एकेएस/एबीएम


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