पाकिस्तान-अफगानिस्तान हिंसक झड़प पर विदेश मंत्री मुत्ताकी बोले, वार्ता के जरिए मुद्दों को सुलझाने का समय

नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी इन दिनों भारत दौरे पर हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर काफी तनावपूर्ण स्थिति है। दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प जारी है। इस बीच अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान में कुछ खास लोग हैं, जो हालात बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए, अफगानिस्तान को अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।
विदेश मंत्री मुत्ताकी ने कहा, “मैं पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों के बारे में एक बात स्पष्ट करना चाहूंगा। पाकिस्तान के लोग, राजनेता और सरकार, शांतिप्रिय हैं। वे अफगानिस्तान के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं। हमें पाकिस्तान के लोगों और राजनेताओं से कोई समस्या नहीं है। लेकिन, पाकिस्तान में कुछ खास लोग हैं, जो हालात बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए, अफगानिस्तान को अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए और जैसे ही कोई विरोध हुआ, हमने उसका जवाब दिया है।”
अफगानिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा, “हमने कल रात बदला लेने वाले अभियान का भी जवाब दिया है। हमने अपना उद्देश्य हासिल कर लिया। फिर हमारे मित्र देशों, जैसे कतर और सऊदी अरब, ने अनुरोध किया कि युद्ध रोक दिया जाए। तो, हमने युद्ध रोक दिया और स्थिति नियंत्रण में है। इसलिए, हम अच्छे संबंध चाहते हैं। हम अफगानिस्तान में शांति चाहते हैं। हम सभी क्षेत्रों में शांति चाहते हैं। इसलिए, बातचीत और वार्ता के जरिए सभी मुद्दों को सुलझाने का यह सबसे अच्छा समय है।”
उन्होंने कहा कि अगर कोई इस मुद्दे को नहीं सुलझाता है, तो अफगानिस्तान की एक खासियत है। सभी देशों की सुरक्षा और पर्यावरण उस देश का दायित्व है, लेकिन अफगानिस्तान एकमात्र ऐसा देश है जो कई सदियों से अपने क्षेत्र की रक्षा करता आ रहा है। अफगानिस्तान की एक और खासियत है, अगर कोई असहमति होती है, तो सभी अफगान, सभी विद्वान, और सरकार के सभी लोग, सभी एक साथ मिलकर अपने क्षेत्र की रक्षा करते हैं। इसलिए, भविष्य में, लोग और सरकार दोनों एक साथ मिलकर अपने क्षेत्र की रक्षा करेंगे।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि हमने एक संतुलित नीति अपनाई है। हम सभी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं। अफगानिस्तान में युद्ध को 40 साल से ज्यादा हो गए हैं। जब सीरियाई संघ वहां आया, तो वे हार गए। फिर, अमेरिकी और नाटो हार गए। अफगानिस्तान 20 सालों से लड़ रहा है। अफगानिस्तान आजाद है। अफगानिस्तान अपने पैरों पर खड़ा है। अफगानिस्तान शांति के लिए लड़ रहा है। हम तनाव मुक्त देश हैं। अगर अफगानिस्तान शांति नहीं चाहता, तो उसके पास दूसरे विकल्प हैं।
–आईएएनएस
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