कानपुर से वंदना बाजपेयी, गोरखपुर से एक्ट्रेस काजल मेयर प्रत्याशी,

कानपुर से वंदना बाजपेयी, गोरखपुर से एक्ट्रेस काजल मेयर प्रत्याशी,

लखनऊ। निकाय चुनाव के लिए सपा ने पहले चरण के लिए 9 महापौर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान गुरुवार को कर दिया। इसमें लखनऊ, कानपुर गोरखपुर, इलाहाबाद, झांसी, मेरठ, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद और अयोध्या शामिल हैं। लखनऊ से सपा नेता रमेश दीक्षित की पत्नी बंदना मिश्रा को उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि गोरखपुर से सपा ने एक्ट्रेस काजल निषाद पर दांव खेला है। कानपुर से विधायक अमिताभ बाजपेयी की पत्नी वंदना बाजपेयी को महापौद पद के लिए प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं झांसी से रघुवीर चौधरी का टिकट निरस्त करते हुए पूर्व विधायक सतीश जतारिया को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वहीं, कांग्रेस ने भी दो मेयर प्रत्याशी के नाम देर रात घोषित किए। वाराणसी से अनिल कुमार श्रीवास्तव और कानपुर से आशनी अवस्थी को महापौर का उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी की तरफ से इसका ऐलान किया गया।
फिलहाल, अब सभी दलों की निगाहे बीजेपी के उम्मीदवारों के नामों पर हैं। बसपा के भी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान अभी नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, बसपा अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान गुरुवार शाम तक कर सकती है। बंदना लखनऊ विश्वविद्यलाय के रिटायर्ड प्रो. रमेश दीक्षित की पत्नी हैं। जेएनयू से ग्रेजुएशन किया है। छात्र जीवन में लेफ्ट संगठन के संपर्क में रही है। एक सामाजिक संगठन के साथ वो दलित आदिवासियों के लिए काम करती रही हैं। इस वक्त लखनऊ के गोमतीनगर में रहती हैं। प्रोफेशनल लाइफ में एक अखबार के साथ जर्नलिस्ट रही हैं। सपा ने गोरखपुर से मेयर पद के लिए फिल्म अभिनेत्री काजल निषाद को प्रत्याशी बनाया है। आरक्षण सूची में गोरखपुर की सीट सामान्य है। ऐसे में अखिलेश ने निषाद वोट बैंक और पिछड़ा कार्ड खेलते हुए महिला प्रत्याशी को मैदान में उतार दिया। काजल निषाद भोजपुरी फिल्मों की अभिनेत्री हैं। जन्म मुंबई शहर में हुआ। माता-पिता कच्छ गुजरात से हैं लेकिन और मुंबई में बस गए हैं। काजल ने गोरखपुर के भऊआपार गांव के रहने वाले भोजपुरी फिल्म निर्माता संजय निषाद से शादी की है। विधानसभा चुनाव 2012 में काजल कांग्रेस के टिकट पर गोरखपुर ग्रामीण से लड़ी थीं पर हार गईं। वहीं, 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने काजल को कैपियरगंज विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा था। हालांकि, इस दौरान काजल को भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री फतेह बहादुर सिंह के सामने हार का सामना करना पड़ा। 7 अगस्त 2021 को काजल निषाद को अखिलेश ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।सपा ने प्रयागराज से अजय श्रीवास्तव को महापौर प्रत्याशी बनाया है। अजय शहर के जार्ज टाउन इलाके के रहने वाले हैं। पहले बसपा में थे, 2017 में पूर्व मंत्री इंद्रजीत सरोज के साथ सपा का दामन थामा था। अजय का टाइल्स और रियल स्टेट का कारोबार हैं। साल 2002 में अजय ने इलाहाबाद शहर उत्तरी विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, इसमें वह हार गए थे। इसके बाद वह बसपा में ही उन्हें महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी। अजय श्रीवास्तव कायस्थ के सबसे बड़े ट्रस्ट केपी ट्रस्ट में भी उपाध्यक्ष रहे चुके हैं। अजय साल 2007 से 2012 तक नगर निगम में नामित पार्षद भी रह चुके हैं। मेरठ से सपा ने सरधना से विधायक अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान को महापौर का टिकट दिया है। सीमा प्रधान के महापौर के टिकट मिलने के बाद मेरठ सीट का चुनाव दिलचस्प माना जा रहा है। सीमा प्रधान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकीं हैं। मेरठ में इस बार मेयर की सीट ओबीसी पर आरक्षित हुई है। लेकिन अभी तक सपा और आप दो दलों ने अपने मेयर प्रत्याशियों का ऐलान किया हैं। दोनों ने ही महिलाओं को मैदान में उतारा है। आप ने मेरठ से समाजसेवी ऋचा सिंह को मेयर प्रत्याशी घोषित किया है। ऋचा सिंह का इस चुनाव से राजनीति में आगाज है।
सपा ने झांसी से डॉ. रघुवीर चौधरी को मेयर प्रत्याशी बनाया है। वे पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष रह चुके हैं। झांसी में सबसे पहले सपा ने अपने प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। बाकी पार्टियों की सूची अभी तक जारी नहीं हुई है। डॉ. चौधरी ने बताया “मैं 15 सालों तक समाजसेवा से जुड़ा रहा। इसके बाद करीब 5 साल पहले वे समाजवादी पार्टी से जुड़ गया। इस दौरान सपा से जिला उपाध्यक्ष भी रह चुका हूं। फिलहाल पार्टी ने मेयर का टिकट देकर मुझ पर भरोसा जताया है।” सपा ने गोरखपुर से भोजपुरी एक्टर काजल निषाद को उम्मीदवार बनाया है। लखनऊ से प्रोफेसर रमेश दीक्षित की पत्नी बंदना मिश्रा को उम्मीदवार बनाकर समाजवादी पार्टी ने ब्राह्मण कार्ड खेला है। वहीं, प्रयागराज से कायस्थ समाज से अजय श्रीवास्तव को टिकट दिया है। कांग्रेस ने कानपुर से यूपी महिला कांग्रेस की बुंदेलखंड जोन की महासचिव आशनी अवस्थी को मेयर पद का उम्मीदवार बनाया है। इनके पति विकास अवस्थी भी कांग्रेस में प्रदेश सचिव पद पर रहते सक्रिय राजनीति में हैं। विकास यूथ इंटक के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। आशनी के पिता स्व. अजय अवस्थी भी कल्याणपुर से जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। कानपुर में साल-2000 में कांग्रेस से अनिल शर्मा मेयर बने थे। इसके बाद से कांग्रेस ने मेयर का चुनाव नहीं जीता है।

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