भारतीय 'गिफ्ट सिटी' दुनिया का अगला 'फाइनेंशियल हब', 49 प्रतिशत बिजनेस लीडर्स ने भी माना


नई दिल्ली, 29 सितंबर (आईएएनएस)। करीब 49 प्रतिशत सीनियर फाइनेंशियल सर्विस एग्जीक्यूटिव का मानना है कि गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंशियल टेक सिटी (गिफ्टी सिटी) अगला ग्लोबल फाइनेंशियल हब बन सकता है। यह जानकारी सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई।

पीडब्ल्यूसी इंडिया द्वारा संकलित आंकड़े देश के बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र के भविष्य को आकार देने में गिफ्ट सिटी की भूमिका के बारे में बढ़ते आशावाद को दर्शाते हैं।

‘गुजरात के गिफ्ट सिटी में बदलाव’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में पाया गया कि 49 प्रतिशत बिजनेस लीडर्स इस शहर में मजबूत विकास संभावनाओं को देखते हैं, जबकि 63 प्रतिशत ने वहां रिलोकेट होने या ऑपरेशन स्थापित करने में रुचि व्यक्त की।

पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट में ग्लोबल मार्केट्स, फाइनेंशियल इनोवेशन और टेलैंट डेवलपमेंट में गिफ्टी सिटी की बढ़ती भूमिका का जिक्र किया है।

पीडब्ल्यूसी इंडिया के अध्यक्ष संजीव कृष्ण ने कहा कि गिफ्ट सिटी भारत के लिए वैश्विक वित्तीय सेवाओं और टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने का एक परिवर्तनकारी अवसर प्रस्तुत करता है।

उन्होंने आगे कहा कि हालांकि इस क्षेत्र ने पहले ही काफी प्रगति कर ली है, लेकिन प्रतिभा की उपलब्धता, लाइफस्टाइल इन्फ्रास्ट्रक्चर और इकोसिस्टम की मैच्योरिटी जैसी चुनौतियों का समाधान इसकी पूरी क्षमता को उजागर करने के लिए महत्वपूर्ण होगा।

200 अधिकारियों के जवाबों पर आधारित सर्वेक्षण से यह भी पता चला कि 77 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना ​​है कि गिफ्ट सिटी में वित्तीय और प्रौद्योगिकी प्रतिभाएं उपलब्ध हैं।

हालांकि, ब्लॉकचेन, क्लाउड सिक्योरिटी, रिस्क टेक्नोलॉजी और वैश्विक नियामक अनुपालन जैसे क्षेत्रों में विशेष कौशल की मांग बढ़ रही है।

पीडब्ल्यूसी इंडिया में वित्तीय सेवाओं की पार्टनर और लीडर गायत्री पार्थसारथी ने कहा कि गिफ्ट सिटी वित्तीय सेवाओं और प्रौद्योगिकी दोनों के केंद्र के रूप में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

उन्होंने कहा कि सही नीतिगत समर्थन और नियामक ढांचे के साथ, यह शहर भारत में बीएफएसआई और प्रौद्योगिकी नवाचार की अगली लहर का केंद्र बन सकता है।

पीडब्ल्यूसी के अनुसार, ग्राहक गिफ्ट सिटी को न केवल एक कर-अनुकूल गंतव्य के रूप में, बल्कि वैश्विक बाजारों की सेवा करने और नवाचार क्षमताओं का निर्माण करने के लिए एक दीर्घकालिक रणनीतिक केंद्र के रूप में भी देख रहे हैं।

यह शहर तेजी से नई वित्तीय सेवाओं और प्रौद्योगिकी मॉडलों के लिए एक परीक्षण स्थल बनता जा रहा है, जहां भारतीय और वैश्विक कंपनियां भविष्य के लिए तैयार समाधानों पर सहयोग कर सकती हैं।

–आईएएनएस

एबीएस/


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