देश में कोविड-19 के मामले तेजी ,पिछले 24 घंटे में कोरोना  के 5357 मामले सामने आए..

देश में कोविड-19 के मामले तेजी ,पिछले 24 घंटे में कोरोना के 5357 मामले सामने आए..

भारत में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 5 हजार 357 मामले सामने आए हैं। एक्टिव केस भी 32 हजार के पार पहुंच गया है। शुक्रवार को देशभर में 6 हजार से अधिक मामले सामने आए थे।

 भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में कोेविड-19 के 5357 नए मामले सामने आए हैं। एक्टिव केस भी बढ़कर 32 हजार 814 हो गए हैं। इससे पहले, शनिवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना के 6 हजार से अधिक मामले सामने आए थे।

केरल और पुदुचेरी में मास्क पहनना अनिवार्य

में 60 साल से ऊपर और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। पुदुचेरी में भी सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।

शनिवार को कोरोना के मिले 6155 मामले

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि देश में 24 घंटे में के 6,155 नए मामले दर्ज किए गए हैं। लगातार दूसरे दिन मिले छह हजार से ज्यादा मरीज मिले हैं। शुक्रवार को कोरोना के 6,050 मामले दर्ज किए गए थे। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 31,194 हो गई है।

कोरोना से 11 लोगों की हुई मौत

कोरोना से 11 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 5,30,954 हो गई है। इस बीमारी से अब तक देश में 4,47,51,259 लोग संक्रमित हो चुके हैं। सक्रिय मामलों की संख्या कुल संक्रमितों का 0.07 प्रतिशत है। इस दौरान दैनिक संक्रमण दर 5.63 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 3.47 प्रतिशत दर्ज की गई।

कोरोना से ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.74 प्रतिशत दर्ज की गई है। मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत देश में अब तक कोरोनारोधी टीके की 220.66 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों के साथ की समीक्षा बैठक

गौरतलब है कि देश में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी। मांडविया ने राज्यों से सतर्क रहने, टे¨स्टग व जिनोम सिक्वेंसिंग बढ़ाने, अस्पतालों को तैयार रखने और दवाओं का स्टाक बनाने को कहा है।

राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक में आठ और नौ अप्रैल को सभी जिलों में कोरोना की तैयारियों की समीक्षा और 10 और 11 अप्रैल को कोरोना अस्पतालों में माक ड्रिल करने का फैसला लिया गया, ताकि कोरोना के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए तैयारियों का आकलन किया जा सके।

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