माही से 25 सितंबर का खास कनेक्शन, 200वें वनडे मैच में बतौर कप्तान बनाया अद्भुत रिकॉर्ड

नई दिल्ली, 24 सितंबर (आईएएनएस)। ‘कैप्टन कूल’ महेंद्र सिंह धोनी को उनके शांत स्वभाव, सूझबूझ और निर्णायक फैसलों के लिए जाना जाता है, जिन्होंने टी20 विश्व कप 2007 और वनडे विश्व कप 2011 के अलावा, चैंपियंस ट्रॉफी 2013 में भारत को खिताब जिताया।
दोस्तों के बीच माही नाम से फेमस धोनी के साथ ही 25 सितंबर का दिन हर भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए बेहद खास है।
साल 2018 में इसी दिन माही अपने 200वें वनडे मुकाबले में कप्तानी करने उतरे थे। इसी के साथ धोनी 200 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी करने वाले पहले भारतीय बने। यह बतौर कप्तान उनका आखिरी वनडे मैच भी था।
धोनी जनवरी 2017 में वनडे टीम की कमान छोड़ चुके थे, लेकिन उनके नसीब में ‘दोहरा शतक’ जड़ना लिखा था। जब टॉस के समय रसेल अनॉर्ल्ड ने उनसे इस बारे में पूछा, तो माही ने कहा था, “यह किस्मत है और मैंने हमेशा किस्मत पर यकीन किया है।”
यह वनडे फॉर्मेट का एशिया कप था, जिसका अंत बेहद रोमांचक रहा। इस मुकाबले को न भारत जीता, न अफगानिस्तान, बल्कि मैच टाई रहा।
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनते हुए 8 विकेट खोकर 252 रन बनाए। इस पारी में धोनी ने जावेद अहमदी और हशमतुल्लाह शाहिदी को स्टंप आउट किया। इसके जवाब में टीम इंडिया 49.5 ओवरों में 252 रन पर सिमट गई। दोनों ही टीमों ने समान रन बनाए और मुकाबला टाई रहा।
भले ही सुपर-4 का यह मैच टाई रहा, लेकिन भारतीय टीम फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही। टीम इंडिया ने खिताबी मुकाबले में बांग्लादेश को 3 विकेट से शिकस्त देकर खिताब अपने नाम किया।
भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2010 और 2016 में एशिया कप के खिताब जीते। उन्होंने बतौर कप्तान आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स को पांच खिताब (2010, 2011, 2018, 2021 और 2023) जिताए।
आक्रामक शैली के बल्लेबाज धोनी को बेहतरीन मैच फिनिशर माना जाता है। विकेट के पीछे उनकी चीते-सी फुर्ती ने दुनिया को हैरान किया है। माही ‘हेलीकॉप्टर शॉट’ जैसी अपनी मौलिक शॉट के लिए मशहूर रहे।
दबाव की परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखना और खिलाड़ियों पर विश्वास करना महेंद्र सिंह धोनी की सबसे बड़ी खासियत थी। यही वजह रही कि साल 2007 से 2018 के बीच धोनी की कप्तानी में भारत ने 200 में से 110 वनडे मुकाबले जीते। इस दौरान 74 मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा। वहीं, 11 मुकाबले बेनतीजा और 5 मैच टाई रहे।
–आईएएनएस
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