नवरात्रि पर मीट की दुकानें बंद करने की मांग तेज, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'धार्मिक भावनाओं का सम्मान हो'


संभल, 23 सितंबर (आईएएनएस)। शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व की शुरुआत होते ही देशभर के लोगों में धार्मिक आस्था देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में मीट की दुकानों को बंद करने की मांग जोर पकड़ रही है। संभल के कल्कि धाम पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी केंद्र व राज्य सरकारों से इस दिशा में कदम उठाने की अपील की है। आचार्य ने कहा कि व्रत उपवास के दौरान श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान जरूरी है।

नवरात्री में मीट की दुकाने बंद करने की मांग को लेकर कल्कि धाम पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि व्रत उपवास के दौरान श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान जरूरी है। उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “नवरात्रि में व्रत रखने वालों की भावनाओं का सम्मान हो। सरकारें मीट दुकानें बंद करें। सभी धर्मों का सम्मान जरूरी है। पीएम मोदी का नेतृत्व देश का गौरव है।”

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “नवरात्रि में करोड़ों लोग व्रत रखते हैं। बाजार जाते समय कटे हुए पशुओं की दुकानें देखकर उनका मन विचलित हो जाता है और श्रद्धा को ठेस पहुंचती है। इसलिए मैं उत्तर प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सभी राज्यों की सरकारों से अपील करता हूं कि नवरात्र के नौ दिनों में मीट की दुकानों पर पूर्ण पाबंदी लगाई जाए।”

मुरादाबाद में देर रात ‘आई लव मोहम्मद’ जुलूस पर प्रतिक्रिया देते हुए आचार्य ने कहा, “सभी धर्मों के मानने वालों को जुलूस निकालने का अधिकार है। अगर कोई ‘आई लव मोहम्मद’ कहकर जुलूस निकालता है, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं। हम राम के जुलूस निकालते हैं, वे पैगंबर साहब के जुलूस निकाल रहे हैं। यह देश सबका है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नवरात्रि व जीएसटी बचत उत्सव पर शुभकामनाओं पर आचार्य ने सराहना की। उन्होंने कहा, “पूरा देश पीएम मोदी के फैसलों व नेतृत्व को सराह रहा है। यह भारत का सौभाग्य है कि उन्हें ऐसा कर्मयोगी व ईमानदार नेता मिला। वे देश को ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। देश की खुशी ही सबकी खुशी है।”

–आईएएनएस

एससीएच


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