लखनऊ। लखनपुरी में प्रभु श्याम की भक्ति में ’सुनहरी शाम सांवरिया के नाम’ उत्सव का आयोजन हुआ। उत्सव में भजन गायकों ने प्रभु का गुणगान किया। कार्यक्रम का आयोजन श्री श्याम भक्त परिवार की ओर से किया गया। उत्सव में उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा व पार्षद अनुराग मिश्रा उर्फ अन्नु मिश्रा भी शामिल हुए और पूजा की।
उत्सव का शुभारम्भ बाबा श्याम की अलौकिक ज्योत प्रज्ज्वलित करने के बाद हुआ। भक्तों ने श्री श्याम प्रभु की आरती की। भजन संध्या से पूर्व लखनऊ के धर्मेंद्र शर्मा ने वंदना कर भगवान गणेश जी के चरणों में सेवा अर्पित की। भजन गायक पवन मिश्रा ने ’मेरे लाडले गणेश प्यारे-प्यारे…’ व कसी की नैया का मांझी बन जाता है… सांवरिया तेरे प्यार ने दीवाना कर दिया… गाकर श्रोताओं की प्रशंसा पाई। जयपुर के दलजीत सिंह ने ’कीर्तन की है रात…..हारे के सहारे आजा…..बाबा तेरा मेरा रिश्ता पुराना है… प्रस्तुत किया। खलीलाबाद के सरदार हरमहेंद्र सिंह ’रोमी ’ने ’तुम सामने बैठे हो थोड़ी बात हो जाए…..मैं हूँ तेरा नौकर तेरी हाजरी रोज लगाता हूँ…..मैं तुझसे दौलत क्या मांगू मैंने सुना तू यार गरीबों का…..जैसे भजनों की अविरल धारा प्रवाहित कर भक्तों को भावविभोर कर दिया।
परिवार के एक सदस्य ने बताया कि बाबा श्याम का दरबार कोलकाता के कारीगरों द्वारा मुरली की थीम पर सजाया गया जो रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा था, दरबार में श्याम प्रभु के साथ-साथ अन्य भगवान भी विराजमान थे। बाबा श्याम के शीश पर स्वर्ण मुकुट में हीरा पन्ना, बेशकीमती मोतियों से अलंकृत किया गया। बाबा श्याम का श्रृंगार विशेष तौर पर तैयार करायी गयी मेवे की 21 मालाओं एवं देशी-विदेशी, रंग-बिरंगे फूलों से किया गया, जिसका स्वरूप भक्तों के नैनों में समा गया। बाबा श्याम के दरबार में भक्तों ने माथा टेक कर सकुशल भविष्य की प्रार्थना की।
रात को बाबा श्याम को छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। उत्सव के अंतिम चरण में भक्तों ने बाबा श्याम के संग फूलों की होली खेली। उत्सव के समापन पर भक्तों में बाबा श्याम को लगे हुए भोग का महाप्रसाद बांटा गया।