उत्तरी गाजा के अस्पताल ढहने की कगार पर, विस्थापितों के लिए हालात अनुपयुक्त :डब्ल्यूएचओ चीफ


नई दिल्ली, 18 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तरी गाजा पर इजरायल की ओर से हो रहे हमलों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने फिक्र जताई है। उन्होंने वर्तमान हालात को मानवीय गरिमा के लिए अनुपयुक्त बताया है।

डब्ल्यूएचओ चीफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने विचार रखे हैं। उन्होंने कहा कि सेना से घिरे गाजा शहर के अस्पताल “ध्वस्त होने की कगार पर” हैं, क्योंकि इजरायल का हालिया जमीनी आक्रमण अपने तीसरे दिन में प्रवेश कर गया है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने कहा कि यह हमला “विस्थापन के नए संकट को जन्म दे रहा है, जिससे पीड़ित परिवारों को लगातार सिकुड़ते हुए ऐसे क्षेत्र में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है जो मानवीय गरिमा के लिहाज से उपयुक्त नहीं है।”

उन्होंने कहा, “घायल और दिव्यांग सुरक्षित स्थानों पर नहीं जा सकते, जिससे उनकी जान को खतरा है।”

डब्ल्यूएचओ चीफ ने आगे कहा, “वर्तमान हालात की वजह से डब्ल्यूएचओ जरूरी सामग्री भी पीड़ित लोगों तक पहुंचा नहीं पा रहा है। हिंसा के कारण विभिन्न क्षेत्रों तक पहुंच मुश्किल हो गई है। हम इन अमानवीय परिस्थितियों को तत्काल समाप्त करने की अपील करते हैं। युद्धविराम का आह्वान करते हैं।”

टेक्स्ट के साथ टेड्रोस ने एक वीडियो क्लिप भी शेयर की है जो 12 सितंबर की है। इसमें दिख रहे लोग अचानक हुए विस्थापन का दर्द साझा कर रहे हैं। कह रहे हैं कि जैसे ही हम व्यवस्थित होने लगते हैं, वैसे ही वहां से हटने का आदेश आ जाता है।

हमास को जड़ से खत्म करने और गाजा सिटी पर कब्जा करने के इरादे का ऐलान आईडीएफ ने अगस्त में ही कर दिया था। अपनी मंशा को पूरा करने के लिए हाल ही में सैन्य अभियान चलाया। गाजावासियों के निकलने के लिए एक अस्थायी रूट को भी खोला गया था, जिससे वे अपनी जान बचा कर इलाके से भाग सकें। सैनिक प्रवक्ता अविचाय अद्रई ने निवासियों से दक्षिण की तरफ जाने के लिए इस गलियारे का इस्तेमाल करने का आग्रह किया था।

–आईएएनएस

केआर/


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