शबाना आजमी : पेट्रोल पंप पर बेची कॉफी, उसूल और मेहनत से बनाई पहचान, जीते पांच नेशनल अवॉर्ड्स

मुंबई, 17 सितंबर (आईएएनएस)। बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री शबाना आजमी ने फिल्मों में अपनी अलग पहचान बनाई है। उनकी अदाकारी और समाज को जागरूक करने वाली फिल्मों के लिए उन्हें खासा सराहा जाता है। उन्हें अपने जीवन में शुरुआत से ही काफी संघर्ष करना पड़ा। बचपन में वह पेट्रोल पंप पर कॉफी बेचा करती थीं। उनका संघर्ष, उनकी मेहनत और आत्मनिर्भरता लोगों के लिए मिसाल है, जो हर किसी को प्रेरित करती है।
शबाना आजमी का जन्म 18 सितंबर 1950 को हैदराबाद में हुआ था। उनके पिता मशहूर शायर कैफी आजमी थे और मां शौकत आजमी एक अभिनेत्री थीं। बचपन से ही शबाना को कला और साहित्य का माहौल मिला, लेकिन उन्होंने कभी अपने आप को परिवार पर बोझ नहीं बनने दिया। पढ़ाई के दौरान उन्होंने खुद को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले, उन्होंने तीन महीने तक एक पेट्रोल पंप पर कॉफी बेची। वह रोजाना 30 रुपए कमाती थीं। उन्होंने कभी अपने माता-पिता से पैसे नहीं लिए। अभिनेत्री ने अपने उसूलों और मेहनत के जरिए कामयाबी हासिल की।
शबाना आजमी ने फिल्म इंडस्ट्री में कदम 1974 में श्याम बेनेगल की फिल्म ‘अंकुर’ से रखा। इस फिल्म में उन्होंने एक नौकरानी की भूमिका निभाई थी, जो एक प्रेग्नेंट महिला होती है। उनकी यह भूमिका इतनी दमदार थी कि उन्हें इस फिल्म के लिए पहला राष्ट्रीय पुरस्कार मिल गया। इस फिल्म ने उनके करियर की नींव मजबूत कर दी और उनकी अदाकारी को पूरे देश में सराहा गया। इसके बाद उन्होंने आर्ट फिल्मों के साथ-साथ कमर्शियल फिल्मों में भी काम किया और हर भूमिका को बखूबी निभाया। उनकी फिल्मों में ‘अर्थ’, ‘खंडहर’, ‘पार’, ‘गॉडमदर’ जैसी कई समाज जागरूकता से भरपूर फिल्में शामिल हैं, जिनसे उन्होंने महिलाओं के मुद्दों को उठाया।
शबाना ने अपने करियर में लगातार मेहनत की और पांच बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीतकर अपनी खास जगह बनाई। उन्होंने फिल्मफेयर अवॉर्ड भी कई बार जीता। उनकी मेहनत, समझदारी और अभिनय की गहराई ने उन्हें इंडस्ट्री में एक खास मुकाम दिलाया।
शबाना आजमी की शादी मशहूर गीतकार और संगीतकार जावेद अख्तर से हुई, जो पहले से ही शादीशुदा थे। जावेद अख्तर ने अपनी पहली पत्नी से तलाक लेकर 1984 में शबाना से शादी की। यह जोड़ी अपने अनूठे प्यार और परिपक्वता के लिए जानी जाती है। हालांकि, शबाना को मां बनने का सुख नहीं मिला, लेकिन उन्होंने इसे अपनी जिंदगी में कभी निराशा नहीं बनने दिया।
उनके परिवार और व्यक्तिगत जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन शबाना ने हमेशा अपने सिद्धांतों और मेहनत पर भरोसा रखा। उनकी मां शौकत आजमी की ऑटोबायोग्राफी में यह भी खुलासा हुआ है कि बचपन में शबाना ने दो बार सुसाइड की कोशिश की, जो उनके लिए एक बड़ा संघर्ष था। लेकिन उन्होंने हर बार अपने आप को संभाला और आगे बढ़ीं। यह उनकी मजबूती और जज्बे का ही नतीजा था कि आज वे बॉलीवुड की सबसे सम्मानित और प्रेरणादायक अभिनेत्रियों में शुमार हैं।
जुलाई 2023 में शबाना आजमी करण जौहर की फिल्म ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ में भी नजर आई थीं।
–आईएएनएस
पीके/एएस