उत्तराखंड के दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए सरकार पशुपालन सेक्टर के जरिए पांच योजनाओं का नेटवर्क तैयार कर रही है। युवाओं को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी सरकार ने प्लान बनाया है। इससे पशुपालन, दुग्ध उत्पादन और बायोगैस के जरिए प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से 62 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इससे पलायन पर भी रोक लग सकेगी।
दुग्ध विकास एवं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने शनिवार को ये जानकारी दीं। उन्होंने कहा कि ये पांचों योजनाए प्रदेश के आम व्यक्ति को केंद्र में रखते हुए तैयार की गई है। इन योजनाओं के जरिए हजारों लोगों को रोजगार का स्थायी स्रोत मिलेगा। साथ ही पलायन रोकने में भी मदद मिलेगी।
पशुपालन की इन योजनाओं से मिलेगा किसानों-बेरोजगारों को लाभ
1-कुक्कुट वैली
हर जिले में मुर्गी पालन की पांच हजार यूनिट लगाई जा रही हैं। दो हजार पर काम शुरू हो चुका है। तीन हजार को वर्ष 2024 तक चालू किया जाएगा। पांच हजार लोगों के साथ ही इसमें चारा, दवा, सप्लाई चेन, मीट विक्रेता के रूप में 1500 लोगों को परोक्ष रोजगार मिलेगा। 110 करोड़ रुपये की यह योजना हैं।
2- गोट वैली
उत्तराखंड की बकरी के दूध और मांस को एक ब्रांड के रूप स्थापित करने के लिए गोट वैली योजना पर तेजी से काम चल रहा है। बागेश्वर और रुद्रप्रयाग में 100-100 लोगों को इसके लिए चुना गया है। प्रत्येक लाभार्थी को बेहद रियायती दर पर 21-21 बकरियों की यूनिट दी जाएगी।
3- भूसा योजना
राज्य में गेहूं धान की तर्ज पर सरकार भूसा खरीद योजना शुरू होने जा रही है। इसके जरिए जहां करीब दो हजार किसानों को उनके भूसे का ज्यादा मूल्य मिलगा, वहीं दूध के कारोबार से जुड़े 52 हजार से ज्यादा लोगों को भी रियायती मूल्य पर भूसा मिल पाएगा। इस योजना के जरिए बिचौलियों का सिस्टम खत्म किया जा सकेगा।
4- बायोगैस
पशुपालकों के लिए बायोगैस योजना भी जल्द शुरू होगी। सितारगंज में प्रस्तावित बायोगैस प्लांट से 850 किसानों को सीधा फायदा मिलेगा। किसानों से दो रूपये किलो के हिसाब से पशु गोबर खरीदा जाना है। इस प्लांट से 400 किलोग्राम गैस का उत्पादन किया जा सकेगा।
5- आंचल कैफे
100 आंचल कैफे स्थापित किए जा रहे हैं। ये प्रमुख पर्यटक स्थल, सरकारी शैक्षिक, स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों में लगाए जा रहे हैं। इससे न्यूनतम 300 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
पांच योजनाओं के साथ कुछ और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर भी काम किया जा रहा है। यूएसनगर में जल्द प्रदेश स्तरीय किसान सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसमें किसानों की समस्याओं पर मंथन किया जाएगा।