उमेश पाल हत्याकांड में अतीक के एक और नौकर को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि इसी नौकर ने शूटरों के पास तक राइफल पहुंचाई थी। यही नहीं शाइस्ता से लेकर शूटर अरमान के भाई को 50 हजार रुपए भी दिए थे। एसटीएफ ने अतीक के नौकर के पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद किया है। नौकर का नाम शारूप उर्फ शाहरूख बताया जा रहा है। वह अतीक के बेटे असद अहमद के लिए काम करता था।
मिली जानकारी के अनुसार इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह की अगुवाई में एसटीएफ और धूमनगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने शनिवार रात शेरवानी मोड़ के पास से पंडीरी करारी, कौशाम्बी निवासी सारूप उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार किया। शाहरुख ने एसटीएफ को बताया कि काफी समय से वह अतीक के यहां नौकरी कर रहा था। हत्या से पहले चकिया में 24 फरवरी 2023 को ही साजिश रची गई थी। वहीं पर असद ने उससे राइफल मंगाई था। वह राइफल लाकर क्रेटा कार में रख दिया।
कार में असद के अलावा भी बैठे थे साबिर और अरबाज
नौकर ने पुलिस को बताया कि उस कार में असद के अलावा साबिर और अरबाज बैठे थे। एक बाइक से गुड्डू मुस्लिम और अरमान और दूसरी बाइक से गुलाम और विजय चौधरी वारदात को अंजाम देने के लिए निकले थे। उस वक्त उन लोगों को शाइस्ता परवीन ने समझाया था। शाइस्ता के साथ राकेश और अन्य नौकर मौजूद थे। यह भी बताया कि इस काम के लिए असद के कहने पर शाइस्ता परवीन ने उसे 50 हजार रुपये दिया था। असद के कहने पर उसने 50 हजार रुपये अरमान के भाई को दिया था।
पहले भी की गई थी उमेश की हत्या की कोशिश
उसने पुलिस को बयान दिया है कि 24 फरवरी से पहले भी उमेश पाल की हत्या की कोशिश की गई थी। कई शूटरों उमेश की हत्या करने की कोशिश में जुटे थे। 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद सभी लोग चकिया पहुंचे। वहां पर गाड़ियां छिपाकर भाग निकले। वह भी परेशान था। असद के बारे में जानकारी लेने अतीक अहमद के ससुर से मिलने गया था लेकिन मिल नहीं सका। अब वह सूबेदारगंज से ट्रेन पकड़कर भागना चाहता था लेकिन उसके पहले पकड़ लिया गया। एसटीएफ ने शाहरुख की गिरफ्तारी के बाद उसकी मां ऊषा पति शमशेर को सूचना दी थी।