सी.ए.पी.एल युवा खिलाड़ियों को उचित मंच देगा : उन्मुक्त चंद

नई दिल्ली, 14 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट को नई दिशा देने और जमीनी स्तर से प्रतिभाओं को तराशने की दृष्टि से रविवार को क्रिकेट वॉल्ट एकेडमी एवं क्रिकेट एकेडमी प्रीमियर लीग (सी.ए.पी.एल) का प्रीव्यू नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर एनेक्स में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर 2012 अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान और फाइनल के स्टार खिलाड़ी उन्मुक्त चंद, एकेडमी के संस्थापक शिवम शर्मा और डायरेक्टर मोहम्मद आरिफ ने संयुक्त रूप से इस पहल के बारे में विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, उन्मुक्त चंद के गुरु और प्रसिद्ध क्रिकेट कोच संजय भारद्वाज भी उपस्थित रहे। दोनों ने एक स्वर में क्रिकेट वॉल्ट एकेडमी और सी.ए.पी.एल को भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए ऐतिहासिक कदम बताया।
उन्मुक्त चंद ने कहा, “भारत के पास जमीनी स्तर पर अपार प्रतिभा है, लेकिन सही दिशा, प्रशिक्षण और अवसर की कमी से ये प्रतिभाएं आगे नहीं आ पातीं। सी.ए.पी.एल जैसे मंच से हजारों युवा खिलाड़ियों को एक सही प्लेटफॉर्म मिलेगा, जिससे वे भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकें।”
कार्यक्रम के दौरान घोषणा की गई कि क्रिकेट एकेडमी प्रीमियर लीग का पहला सीजन अगले वर्ष शुरू होगा।
यह लीग उन खिलाड़ियों को समर्पित है, जो क्रिकेट की शुरुआत तो करते हैं, लेकिन किसी कारणवश आगे मंच नहीं बढ़ पाते। उनका सपना अधूरा रह जाता है। सी.ए.पी.एल का उद्देश्य ऐसे 90 प्रतिशत से अधिक खिलाड़ियों को अवसर देना है, जिन्हें अब तक किसी बड़े मंच तक पहुंचने का रास्ता नहीं मिला।
इस मंच के माध्यम से एक स्पेशल मोबाइल एप्लीकेशन भी लॉन्च किए जाने की योजना है, जो देशभर की क्रिकेट एकेडमियों और प्रशिक्षण संस्थानों को नेटवर्किंग से जोड़ेगा। एप्लीकेशन की मदद से जिला और राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी, जिनसे चुने गए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे राष्ट्रीय स्तर पर लाने का अवसर दिया जाएगा।
संस्थापक शिवम शर्मा और निदेशक मोहम्मद आरिफ ने बताया कि यह मंच केवल खिलाड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि प्रशिक्षकों और कोचों के लिए भी अवसर लेकर आएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ-साथ क्रिकेट से जुड़ी मूलभूत आवश्यकताएं जैसे- बैट, बॉल, किट और अन्य सुविधाएं भी इस मंच के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि किसी खिलाड़ी का सपना संसाधनों की कमी से अधूरा न रह जाए।
–आईएएनएस
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