रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत का रक्षा निर्यात रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
वित्त वर्ष 2022-2023 में अब तक का सर्वाधिक 15,920 करोड़ रुपये के सैन्य साजोसामान का निर्यात किया गया। इनमें डार्नियर-228 विमान, ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश मिसाइल सिस्टम, बख्तरबंद वाहन, पिनाका राकेट और लांचर, हल्के लड़ाकू विमान तेजस, गोला-बारूद शामिल हैं।
छह साल में रक्षा निर्यात दस गुना बढ़ा है। वित्त वर्ष 2016-17 में 1,521 करोड़ रुपये के सैन्य साजोसामान का निर्यात किया गया था।
रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा रक्षा निर्यात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि वित्त वर्ष 2022-2023 में भारत का रक्षा निर्यात 15,920 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। यह देश के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रेरक नेतृत्व में हमारा रक्षा निर्यात तेजी से बढ़ता रहेगा।
रक्षामंत्री द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 में देश का रक्षा निर्यात 12,814 करोड़ रुपये था। भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 में 8,434 करोड़ रुपये, 2019-20 में 9,115 करोड़ रुपये, और 2018-19 में 10,745 करोड़ रुपये का सैन्य उपकरणों का निर्यात किया। 2017-18 में यह राशि 4,682 करोड़ रुपये और 2016-17 में 1,521 करोड़ रुपये थी।
सरकार ने वर्ष 2024-25 तक रक्षा निर्यात को 35,000 करोड़ रुपये तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई उपाय किए हैं। भारत 85 से अधिक देशों को सैन्य साजोसामान का निर्यात कर रहा है।