चार्ली किर्क के शूटर की तलाश जारी: एफबीआई प्रमुख काश पटेल

वाशिंगटन, 11 सितंबर (आईएएनएस)। रूढ़िवादी राजनीतिक कार्यकर्ता चार्ली किर्क के शूटर की तलाश अभी भी जारी है। इसी बीच, एफबीआई निदेशक काश पटेल ने बताया कि इस मामले में हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति को रिहा कर दिया गया है।
पटेल ने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “हिरासत में लिए गए व्यक्ति को कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया है। हमारी जांच जारी है और हम पारदर्शिता के हित में जानकारी जारी करते रहेंगे।”
31 वर्षीय किर्क बुधवार (अमेरिकी समय) को यूटा वैली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान भाषण दे रहे थे, तभी गोलियां चलने लगीं, जिससे वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। किर्क को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि किर्क गोलीबारी से ठीक पहले दर्शकों के एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि हमलावर ने लगभग 180 मीटर दूर एक इमारत से गोली चलाई थी।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर अपने करीबी दोस्त चार्ली किर्क के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चार्ली अमेरिका के युवाओं के दिल को सबसे अच्छे से समझते थे और सभी, खासकर ट्रंप, उन्हें बहुत प्यार करते थे। ट्रंप ने चार्ली की पत्नी एरिका और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
इसके साथ ही, उन्होंने चार्ली के सम्मान में पूरे अमेरिका में झंडे आधे झुके रखने का आदेश दिया।
चार्ली किर्क ने 2012 में 18 साल की उम्र में टर्निंग पॉइंट यूएसए (टीपीयूएसए) की स्थापना की, जो अमेरिका का प्रमुख कंजर्वेटिव छात्र संगठन है। इस संगठन ने 800 से अधिक कॉलेजों में अपनी शाखाएं बनाईं और युवा कंजर्वेटिव वोटरों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासकर 2024 के चुनाव में, जहां इसने ट्रंप की दोबारा जीत में बड़ा योगदान दिया।
किर्क ट्रंप के करीबी दोस्त और राजनीतिक सहयोगी थे। वे अक्सर व्हाइट हाउस में दिखाई दिए और ट्रंप की दूसरी सरकार के लिए महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियों की जांच में भी शामिल रहे।
इस साल की शुरुआत में, उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के साथ डेनमार्क के क्षेत्र पर अमेरिकी कब्जे के लिए समर्थन जुटाने हेतु ग्रीनलैंड की यात्रा की थी।
कर्क मीडिया में भी नियमित रूप से मौजूद रहते थे, अपने जोशीले भाषणों, सोशल मीडिया अभियानों और जेनरेशन जेड और मिलेनियल रूढ़िवादियों के बीच प्रभाव के लिए जाने जाते थे। उनके प्रशंसक उन्हें जमीनी स्तर के युवा सक्रियतावाद और रिपब्लिकन प्रतिष्ठान के बीच एक ‘सेतु’ के रूप में देखते थे।
इस बीच, एक जांच चल रही है और आगे के विवरण की प्रतीक्षा है।
–आईएएनएस
पीएसके