भारत ने गुरुवार को कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध का उसकी अध्यक्षता में चल रही जी-20 बैठकों पर असर नहीं पड़ेगा। जी-20 के लिए भारत के प्रतिनिधि अमिताभ कांत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक पुराने बयान को उद्धृत करते हुए कहा कि यह युद्ध का नहीं, बल्कि कूटनीति का समय है।
अमिताभ कांत ने रूसी प्रतिनिधि से की बात
कोट्टायम जिले के कुमारकोम गांव में जी-20 प्रतिनिधियों की दूसरी बैठक से इतर अमिताभ कांत ने रूसी प्रतिनिधि के साथ एक घंटे तक बातचीत की। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद विश्व कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। जी-20 के पास इन चुनौतियों से लड़ने की जिम्मेदारी है।
कोरोना महामारी ने कई क्षेत्रों को किया प्रभावित
उन्होंने कहा, महामारी के बाद 20 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए हैं। लगभग 10 करोड़ लोगों की नौकरियां चली गई हैं। वैश्विक ऋण और जलवायु कार्रवाई की चुनौती है। ये ज्यादा महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिनका विश्व पर असर पड़ रहा है।
चुनौतियों से निपटने के लिए भारत तैयार
अमिताभ कांत ने कहा कि ये कहीं अधिक महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जो कई देशों को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम हर एक देश के साथ काम करते हैं। एक मुद्दा, रूस-यूक्रेन का मुद्दा, कई अन्य मुद्दों को रोक नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि हम हर उस देश के दोस्त हैं, जो जी20 का सदस्य है।