21 साल बाद भारतीय विज्ञान कांग्रेस की मेजबानी करेगा लखनऊ विश्वविद्यालय

21 साल बाद भारतीय विज्ञान कांग्रेस की मेजबानी करेगा लखनऊ विश्वविद्यालय

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 109वें वार्षिक सत्र की मेजबानी 21 साल बाद करेगा। अगले साल 3 से 7 जनवरी 2024 तक इसका आयोजन किया जाएगा। इससे पहले 1916, 1923, 1953, 1985 और 2002 में पांच बार भारतीय विज्ञान कांग्रेस की मेजबानी का अवसर लखनऊ विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ है। दावा हैं कि इवेंट में दुनिया भर से 20 हजार प्रतिनिधि शामिल होंगे। बड़ी बात यह हैं कि इस इवेंट के इनॉग्रशन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को इनवाइट किया जाएगा। इससे पहले भी लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित इस आयोजन में प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन कर चुके हैं।

नोबल पुरस्कार प्राप्त वैज्ञानिक भी होंगे शामिल

लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय ने बताया कि विश्वविद्यालय ने भारतीय विज्ञान कांग्रेस की स्थापना का विचार लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो.पीएस मैक मोहन और प्रो. जेएल सिमोंसेन द्वारा दिया गया था। भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन की ओर से विश्वविद्यालय को यह जिम्मेदारी दी गई हैं। इस दौरान कई नोबल पुरस्कार प्राप्त वैज्ञानिकों के भी शामिल होने की संभावना हैं। एलयू के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि भारतीय विज्ञान कांग्रेस 14 व्यापक वैज्ञानिक वर्गों के शिक्षाविदों के लिए एक बैठक का विशाल क्षेत्र हैं। जिसमें कृषि और वानिकी विज्ञान, पशु, पशु चिकित्सा और मत्स्य विज्ञान, मानव विज्ञान और व्यवहार विज्ञान पुरातत्व, मनोविज्ञान, शिक्षा और सैन्य विज्ञान सहित रासायनिक विज्ञान, पृथ्वी प्रणाली विज्ञान, इंजीनियरिंग विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, सूचना और संचार विज्ञान और प्रौद्योगिकी (कम्प्यूटर सहित विज्ञान), गणितीय विज्ञान (सांख्यिकी सहित), चिकित्सा विज्ञान (फिजियोलॉजी सहित), न्यू बायोलॉजी (जैव रसायन, बायोफिजिक्स और आणविक जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी, भौतिक विज्ञान, पादप विज्ञान सहित) पर विचार विमर्श होगा। उन्होंने बताया कि इन वर्गों के अलावा, भारतीय विज्ञान कांग्रेस में महिला विज्ञान कांग्रेस, बाल विज्ञान कांग्रेस और राष्ट्र की वैज्ञानिक प्रगति और कौशल की प्रदर्शनी भी शामिल है।

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