विपक्ष को विधेयक का समर्थन करना चाहिए : केंद्रीय मंत्री मेघवाल

इंदौर, 23 अगस्त (आईएएनएस)। संसद में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्री को 30 दिन से अधिक जेल में रहने पर पद से हटाने का विधेयक पेश किया गया। इस विधेयक का विपक्ष ने विरोध किया है। विपक्ष के रवैए की केंद्रीय विधि और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने निंदा करते हुए कहा है कि यह प्रगतिशील विधेयक है और विपक्ष को इसका समर्थन करना चाहिए।
मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में भाग लेने आए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ‘सिंदूर’ का पौधा लगाया। इसके साथ ही इंदौर द्वारा जिस तरह से पौधरोपण अभियान चलाया जा रहा है, उसकी तारीफ भी की।
केंद्रीय मंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की अभिनव पहल है, विधेयक सदन में पेश किया जा चुका है और संयुक्त संसदीय समिति के पास जाएगा, इसमें प्रावधान है कि कोई भी मंत्री, मुख्यमंत्री यहां तक कि प्रधानमंत्री किसी अपराध में सजा पाए हैं और पांच साल या उससे अधिक की सजा तय है तथा 30 दिन तक न्यायालय से जमानत नहीं मिलती है तो वह स्वयं इस पद पर नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा कि यह एक शानदार और प्रोग्रेसिव पहल है। इसका तो विपक्ष को समर्थन करना चाहिए। इसका विपक्ष ने विरोध किया। इसका आशय साफ है कि क्या विपक्ष भ्रष्टाचार के पक्ष में है? विपक्ष विधेयक को तो पढ़ता नहीं है।
उन्होंने अरविंद केजरीवाल का उदाहरण देते हुए कहा कि जब न्यायालय सजा देगा और 30 दिन तक जमानत नहीं होगी, तब इस विधेयक के अनुसार कार्रवाई होगी।
मंत्री मेघवाल ने कहा कि संसद के मानसून सत्र में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा हुई। यह चर्चा शानदार रही। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से सेना ने देश का मान-सम्मान बढ़ाया, प्रधानमंत्री मोदी ने नेतृत्व किया, इसकी चर्चा हुई। सत्र के बाद इंदौर में आकर कार्यक्रम में हिस्सा लेने का मौका मिला और यहां सिंदूर का पौधा लगाया है।
इस कार्यक्रम में राज्य के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित इंदौर शहर के कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। मंत्री विजयवर्गीय ने भी इस दौरान मंच से केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की जमकर तारीफ की। उनका कहना था कि अर्जुन राम मेघवाल ने गरीबी से उठकर यह मुकाम पाया है।
–आईएएनएस
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