दरभंगा फायरिंग कांड: पांच मुख्य आरोपियों को आत्मसमर्पण का अल्टीमेटम, कुर्की की चेतावनी


दरभंगा, 8 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार के दरभंगा जिले स्थित केवटी थाना क्षेत्र के भेड़याही गांव में 9 जुलाई को दिनदहाड़े हुई अंधाधुंध फायरिंग ने इलाके में दहशत फैला दी थी। इस घटना में नकाबपोश अपराधियों ने पीड़ित नजरे आलम के घर पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की थी।

सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके से सात गोली के खोखे बरामद किए और जांच शुरू की। पीड़ित परिवार ने 16 लोगों को आरोपी बनाया, जिसमें पांच लोग, श्रवण यादव, मनीष यादव, सुनील यादव, बिल्ला और राहुल यादव को मुख्य आरोपी बताया गया। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार चल रहे थे।

सदर डीएसपी कमतौल एस के सुमन ने बताया कि कोर्ट के आदेश के आलोक में पांचों मुख्य आरोपियों के घरों पर इस्तेहार चिपकाया गया है, जिसमें उन्हें आत्मसमर्पण करने का अंतिम मौका दिया गया है।

डीएसपी ने चेतावनी दी कि निर्धारित समय सीमा में आत्मसमर्पण न करने पर आरोपियों की संपत्ति कुर्क की जाएगी।

वहीं, पीड़ित नजरे आलम ने बताया कि 4 जुलाई को दरभंगा बस स्टैंड का टेंडर उनके भाई शमशे आलम उर्फ पप्पू सहित पांच लोगों की साझेदारी में अमर साहू को मिला था। टेंडर मिलने के तीन दिन बाद ही बदमाशों ने बस स्टैंड के गेट पर हवाई फायरिंग की, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके बाद 9 जुलाई को दोपहर साढ़े तीन बजे सात बाइक पर सवार 16 नकाबपोश अपराधियों ने नजरे आलम के घर पर हमला बोल दिया और अंधाधुंध गोलीबारी की। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।

नजरे आलम ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों की गवाही के आधार पर श्रवण यादव, मनीष यादव, सुनील यादव, बिल्ला और राहुल यादव सहित अन्य लोगों की घटना में संलिप्तता सामने आई है। ये अपराधी एक खतरनाक गैंग से जुड़े हैं।

पीड़ित परिवार ने प्रशासन से जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है, ताकि उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। प्रशासन ने भरोसा दिलाया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून अपना काम करेगा।

–आईएएनएस

एकेएस/डीकेपी


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