इंडी अलायंस राम, सनातन और हिंदू विरोधी : कृष्णा हेगड़े

मुंबई, 4 अगस्त (आईएएनएस)। शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता जितेंद्र आव्हाड के सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान की कड़ी निंदा की है। हेगड़े ने आरोप लगाया कि आव्हाड जानबूझकर विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहने की कोशिश करते हैं।
सोमवार को आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि आव्हाड का निर्वाचन क्षेत्र, जहां 80 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है, वहां तुष्टीकरण की राजनीति के लिए हिंदुओं और सनातन धर्म के खिलाफ बोलते हैं। पहले आव्हाड ने भगवान राम के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था और अब सनातन धर्म को निशाना बनाया है।
उन्होंने कांग्रेस, एनसीपी और इंडिया गठबंधन के नेताओं को राम और सनातन विरोधी करार दिया। आव्हाड के पुराने व्यवहार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वे विधानसभा में अन्य विधायकों से झगड़ चुके हैं और देशविरोधी संगठनों का समर्थन करने जैसे बयान दे चुके हैं, जो केवल पब्लिसिटी के लिए हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के राहुल गांधी पर लगाए गए आरोपों का समर्थन करते हुए कृष्णा हेगड़े ने कहा कि राहुल गांधी को असम की सांस्कृतिक विरासत और भारत की संस्कृति की समझ नहीं है।
हेगड़े के अनुसार, राहुल गांधी तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं और विदेशी मंचों पर भारत के खिलाफ बोलते हैं।
कृष्णा हेगड़े ने इंडी अलायंस की बैठक पर कहा कि इसमें कई मुद्दों पर रणनीति बनाई जाएगी। एसआईआर से लेकर उपराष्ट्रपति चुनाव सहित अन्य मुद्दे शामिल हैं। लेकिन, एनडीए भी अपनी रणनीति तैयार करेगा। उन्होंने दावा किया कि पिछले 12-15 वर्षों में एनडीए लगातार सफल रहा है, जबकि इंडिया गठबंधन, यूपीए और कांग्रेस बार-बार असफल होकर मुंह के बल गिरे हैं।
उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की भारतीय सेना पर टिप्पणी को लेकर सुप्रीम कोर्ट की फटकार पर भी बयान दिया। हेगड़े ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की है, जिससे विपक्ष के नेता के रूप में उनकी भूमिका पर सवाल उठते हैं।
शिवसेना नेता ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के उस दावे पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका नाम बिहार की मसौदा मतदाता सूची से गायब है।
उन्होंने कहा कि दावों को निर्वाचन आयोग ने निराधार करार देते हुए स्पष्ट किया कि तेजस्वी यादव का नाम मसौदा मतदाता सूची में है। तेजस्वी यादव द्वारा प्रदान किया गया मतदाता पहचान पत्र नंबर गलत था, जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। आयोग ने यह भी कहा कि यदि तेजस्वी यादव को कोई शिकायत है, तो उन्हें निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।
हेगड़े ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने गलत जानकारी दी, जिसके कारण यह विवाद उत्पन्न हुआ। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से भेजे गए नोटिस पर तेजस्वी यादव की ओर से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आना आश्चर्यजनक है। उन्होंने निर्वाचन आयोग के बिहार में कामकाज की सराहना की और कहा कि आयोग सही तरीके से काम कर रहा है।
–आईएएनएस
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