रुबीना से घंटों चली लड़ाई को चुटकी में सुलझा देते हैं अभिनव शुक्ला, बताया क्या है उनके जादुई शब्द


मुंबई, 2 अगस्त (आईएएनएस)। टीवी पर आने वाला शो ‘पति पत्नी और पंगा’ इन दिनों काफी चर्चा में है। इसमें रुबीना दिलैक और अभिनव शुक्ला भी नजर आएंगे। इस बीच कपल ने बताया कि बच्चियों की पैदाइश के बाद वह किस तरह से अपने रिश्ते को मजबूत बनाए रख रहे हैं। साथ ही अपने उन जादुई शब्दों के बारे में भी बताया, जिन्हें बोलकर वह घंटों चली लड़ाई को चुटकी में सुलझा लेते हैं।

आईएएनएस ने जब रुबीना से इस शो को करने के पीछे का कारण पूछा, तो उन्होंने बताया, “मां बनने के बाद मैं अपने पति के साथ ज्यादा समय बिताना चाहती थी और कुछ मस्ती करनी थी, इसलिए ये शो चुना।” वहीं जब अभिनव से पूछा गया कि क्या वे आलोचनाओं से डरते हैं, तो इस पर उन्होंने मजाकिया अंदाज में जवाब देते हुए कहा, “अगर रुबीना को कोई दिक्कत नहीं, तो मुझे भी नहीं। अगर उन्हें थोड़ी दिक्कत है, तो मुझे बहुत ज्यादा दिक्कत है, और अगर रुबीना को बहुत ज्यादा है, तो फिर समझो सामने वाला गया काम से।”

पति-पत्नी के बीच मतभेदों को लेकर अभिनव ने कहा, “हम हर समस्या को उसके आकार और समय के अनुसार सुलझाते हैं। कई समस्याएं तो घंटों में सुलझ जाती हैं, लेकिन कुछ ऐसी समस्याएं होती हैं जो कई दिनों में जाकर सुलझती हैं। लेकिन आखिर में मेरी जादुई लाइन यही रहती ‘है—’जो तुम कहो, बेबी।'”

इस शो को सोनाली बेंद्रे और मुनव्वर होस्ट कर रहे हैं। रुबीना ने मुनव्वर की तारीफ करते हुए कहा कि उनके वन-लाइनर्स कमाल के हैं और वह सेट पर उनके साथ काम को काफी एन्जॉय करती हैं।

आईएएनएस ने जब रुबीना से ‘साइलेंट ट्रीटमेंट’ के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, “यह मेरी तरफ से एक तरह का पीछे हटना होता है। मैं सोचती हूं, लेकिन बाद में कम्यूनिकेशन जरूरी मानती हूं और बात करना शुरू कर देती हूं, क्योंकि दुनिया के सामने आप चाहे जितने भी माचो बनो, रिश्ते में इमोशंस जरूरी हैं।”

प्यार और समझ में से किसे चुनें, इस पर उन्होंने बड़ी खूबसूरती से जवाब दिया और कहा, “प्यार और समझ दोनों जरूरी हैं। जैसे चाय में दूध और शक्कर और खाने में सब्जी और मसाला, दोनों का अपना रोल होता है।”

रिएलिटी शोज के स्क्रिप्टेड होने को लेकर रुबीना ने कहा, “ये स्क्रिप्टेड नहीं होते, लेकिन इन्हें एक दिशा दी जाती है। जिस चीज को दर्शक पसंद करते हैं, उस पर जोर दिया जाता है।”

–आईएएनएस

पीके/केआर


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