होली पर जीवन में सुख-शांति के लिए कई परंपराओं का निर्वाह होता है। शहर में उन्हें उपाय और ग्रामीण क्षेत्र में टोटका कहा जाता है। इनका जीवन पर सकारात्मक प्रभाव भी देखा गया है। ज्योतिषाचार्य विमल जैन के अनुसार बाधा निवारण के लिए होलिका दहन की रात सरसों के तेल का चौमुखी दीपक घर के मुख्य द्वार पर जलाकर भगवान से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। व्यापार व नौकरी में लाभ के लिए होलिका दहन के समय 21 गोमती चक्र शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। मनोकामना पूर्ति के लिए गरीबों को भोजन कराएं। राहुदोष से मुक्ति के लिए एक नारियल के गोले में छेद कर उसमें अलसी का तेल भरें। थोड़ा गुड़ डाल कर उसे जलती होलिका में डाल दें।
धनहानि से बचाव के लिए होली के दिन घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़कें और उस पर दोमुखा दीपक जलाएं। दीपक बुझ जाए तो उसे होलिका की अग्नि में डाल दें। सुख-समृद्धि के लिए परिवार के प्रत्येक सदस्य को होलिका में घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता चढ़ाना चाहिए।
होलिका की 11 परिक्रमा कर सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए। अनावश्यक खर्च से मुक्ति के लिए होलिका की राख-भस्म लाल रुमाल में बांधकर पैसों के स्थान पर रखें। बकाये धन की प्राप्ति के लिए 11 गोमती चक्र दाहिने हाथ में लेकर जलती होलिका की 11 बार परिक्रमा करते हुए प्रार्थना करें। एक सफेद कागज पर कर्ज लेने वाले व्यक्ति का नाम लाल चंदन से लिखें। फिर उस कागज को 11 गोमती चक्र के साथ कहीं गड्ढा खोदकर दबा दें। कर्ज वापस हो जाएगा।