निफ्टी स्मॉलकैप 250 में वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 17.83 प्रतिशत की वृद्धि

मुंबई, 3 जुलाई (आईएएनएस) । भारतीय शेयर बाजार ने जून में सभी सेगमेंट में मजबूत प्रदर्शन किया, जिसमें निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स 5.73 प्रतिशत की तेज बढ़त के साथ सबसे आगे रहा। यह जानकारी गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, निफ्टी मिडकैप 150 में महीने के दौरान 4.09 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
जून में न केवल छोटे और मध्यम-कैप शेयरों ने मजबूत रिटर्न दिया, बल्कि पिछले तीन महीनों में उनका प्रदर्शन भी प्रभावशाली रहा है।
वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में निफ्टी स्मॉलकैप 250 में 17.83 प्रतिशत का उछाल दर्ज हुआ, जबकि इसी अवधि के दौरान निफ्टी मिडकैप 150 में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
लार्ज-कैप इंडेक्स भी तेजी में शामिल हुए। बेंचमार्क निफ्टी में 3.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई और निफ्टी नेक्स्ट 50 जून में 3.35 प्रतिशत बढ़ा।
ब्रॉडर निफ्टी 500 इंडेक्स ने मासिक आधार पर 3.58 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की, जिसे मुख्य रूप से फाइनेंशियल सर्विस, उपभोक्ता विवेकाधीन और कमोडिटी जैसे सेक्टर का समर्थन मिला।
माइक्रोकैप स्पेस भी पीछे नहीं रहा। निफ्टी माइक्रोकैप 250 ने जून में 3.03 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो बड़े, मध्यम, छोटे और माइक्रोकैप मार्केट सेगमेंट में व्यापक-आधारित भागीदारी को उजागर करता है। सभी महीने के अंत में हरे निशान में बंद हुए।
सेक्टोरल फ्रंट पर एफएमसीजी सेक्टर को छोड़कर सभी कैटेगरी ने सकारात्मक रिटर्न दिखाया। आईटी सेक्टर ने जून में अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया, जिसने 4.36 प्रतिशत का रिटर्न दिया, जो कि पूरे वर्ष दबाव में रहा था।
निवेश रणनीतियों के संदर्भ में, सभी कारक-आधारित सूचकांकों ने सकारात्मक रिटर्न दिया, जिसमें मोमेंटम इंडेक्स शीर्ष प्रदर्शनकर्ता के रूप में उभरा।
वैश्विक बाजारों के लिए भी जून एक मजबूत महीना रहा। जून में एसएंडपी 500 इंडेक्स में 4.96 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें आईटी सेक्टर का योगदान इसके कुल रिटर्न का 60 प्रतिशत से अधिक रहा।
उभरते बाजारों में कोरिया ने बढ़त हासिल की, जबकि विकसित देशों में जर्मनी शीर्ष पर रहा।
कमोडिटी में मिश्रित रुझान दिखा। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण महीने के दौरान कच्चे तेल की कीमतों में 7.11 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इस बीच, जून में चांदी की कीमतों में 8.75 प्रतिशत की तेजी आई, जो सोने से काफी बेहतर प्रदर्शन था।
रिपोर्ट में कहा गया है, “दोनों कीमती धातुओं ने 2025 में अब तक 20 प्रतिशत से अधिक रिटर्न दिया है।”
–आईएएनएस
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