यूपी के साथ दो सीजन के बाद नीतीश राणा फिर से घरेलू क्रिकेट में कर सकते हैं दिल्ली का प्रतिनिधित्व
नई दिल्ली, 25 जून (आईएएनएस)। 2023/24 के घरेलू सीजन से पहले उत्तर प्रदेश में जाने के दो साल बाद, बाएं हाथ के बल्लेबाज नीतीश राणा आगामी 2025/26 सीजन में फिर से अपने गृह राज्य दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।
राणा ने 2023 में उत्तर प्रदेश में जाने से पहले घरेलू क्रिकेट मैचों में दिल्ली की कप्तानी की थी।
आईएएनएस को पता चला है कि राणा के दिल्ली में वापस जाने की संभावना तब सामने आई जब उनका नाम यूपी टी20 लीग के आगामी सीजन से पहले नीलामी के लिए खिलाड़ियों की सूची में नहीं देखा गया। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के सूत्रों ने बुधवार को आईएएनएस से कहा, “हां, नीतीश राणा ने एनओसी के लिए आवेदन किया है और आने वाले दिनों में इसके लिए मंजूरी दे दी जाएगी।चूंकि वह स्थानीय खिलाड़ी नहीं हैं, इसलिए वह अतिथि खिलाड़ी के तौर पर सीजन के हिसाब से इस पर फैसला लेंगे। नियमों के मुताबिक, हमें अतिथि खिलाड़ियों से सीजन दर सीजन उनकी उपलब्धता के बारे में पुष्टि करनी होती है। इसलिए उनके पास बदलाव की छूट है।”
राणा ने 2024/25 के घरेलू सीजन में उत्तर प्रदेश के लिए खेलते हुए बहुत खराब समय बिताया – सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के नौ मैचों में केवल 111 रन बनाए। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी के दो मैचों में केवल 17 रन बनाए, इससे पहले कि उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। रणजी ट्रॉफी में भी स्थिति उतनी अच्छी नहीं रही – टीम से बाहर किए जाने से पहले उन्होंने चार मैचों में 150 रन बनाए। दिलचस्प बात यह है कि राणा की दिल्ली टीम में संभावित वापसी दिल्ली प्रीमियर लीग (डीपीएल) के दूसरे सीजन से कुछ हफ्ते पहले हुई है। हालांकि दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की ओर से राणा के दिल्ली वापस आने की कोई पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन एक विचारधारा ऐसी भी है जो इस घटनाक्रम को लेकर बहुत आशावादी नहीं है।
आईएएनएस से एक सूत्र ने कहा, “दो साल पहले, जब टीम को उनकी जरूरत थी, तब उन्होंने दिल्ली छोड़ दी थी और उस समय अनुरोध किया गया था। अब जब आपको उत्तर प्रदेश की टीम में नहीं चुना जा रहा है, तो आप फिर से दिल्ली वापस आ गए हैं। सोच यह होनी चाहिए कि उन्हें फिर से दिल्ली की टीम में अपनी जगह बनानी होगी।”
भारत के लिए एक वनडे और दो टी20 मैच खेलने वाले राणा का आईपीएल 2025 सीजन राजस्थान रॉयल्स के साथ निराशाजनक रहा, जिसमें उन्होंने 11 मैचों में केवल 217 रन बनाए, इससे पहले पिंडली की चोट के कारण प्रतियोगिता से बाहर हो गए थे। गौरतलब है कि पिछले साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल के दौरान राणा की दिल्ली के कप्तान आयुष बदौनी से तीखी बहस हुई थी, जिसके बाद मैदानी अंपायरों को बीच-बचाव कर दोनों को अलग करना पड़ा था।
-आईएएनएस
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