एरिसइंफ्रा सॉल्यूशंस आईपीओ: वित्त वर्ष 24 में घाटा 13 प्रतिशत बढ़कर 17.3 करोड़ रुपए रहा, 18 जून को खुलेगा पब्लिक इश्यू


मुंबई, 17 जून (आईएएनएस)। कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को मटेरियल खरीद सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने वाली कंपनी एरिसइंफ्रा सॉल्यूशंस लिमिटेड की इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) 18 जून को खुलेगी। कंपनी की योजना शेयर बाजार से करीब 500 करोड़ रुपए जुटाने की है।

आईपीओ लाने जा रही एरिसइंफ्रा सॉल्यूशंस का वित्त प्रदर्शन काफी खराब है। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का घाटा सालाना आधार पर करीब 13 प्रतिशत बढ़कर 17.3 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में 15.39 करोड़ रुपए था।

समीक्षा अवधि में कंपनी की आय सालाना आधार पर करीब 7 प्रतिशत कम होकर 702.36 करोड़ रुपए हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 754.44 करोड़ रुपए थी।

पूरे साल में घाटे के बावजूद कंपनी वित्त वर्ष 25 के पहले नौ महीनों में मुनाफे में आने में सफल रही है। कंपनी ने 31 दिसंबर, 2024 तक 557.76 करोड़ रुपए की आय पर 6.53 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है।

एरिसिनफ्रा सॉल्यूशंस का आईपीओ 499.6 करोड़ रुपए का बुक-बिल्ट इश्यू है, जिसमें पूरी तरह से 2.25 करोड़ शेयरों का फ्रैश इश्यू शामिल है।

आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 210 रुपए से 222 रुपए प्रति शेयर के बीच निर्धारित किया गया है। आईपीओ 20 जून को बंद होगा, 23 जून को अलॉटमेंट होने उम्मीद है और एनएसई और बीएसई दोनों पर 25 जून को लिस्टिंग निर्धारित है।

इस इश्यू के लिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) 17 जून तक 25 रुपए था, जो दिखाता है कि शेयर की लिस्टिंग लगभग 247 रुपए पर होने की संभावना है, जो मूल्य बैंड के ऊपरी छोर से लगभग 11 प्रतिशत अधिक है।

खुदरा निवेशक 67 शेयरों के न्यूनतम लॉट साइज के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिसकी कीमत 14,874 रुपए है। इस इश्यू को 75 प्रतिशत क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए, 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के लिए और केवल 10 प्रतिशत खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित रखा गया है।

कंपनी भारत के 18 राज्यों में परिचालन करती है और आईपीओ की आय का उपयोग कार्यशील पूंजी जुटाने, कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करने की योजना बना रही है।

जेएम फाइनेंशियल, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट आईपीओ के प्रमुख प्रबंधक हैं, जबकि एमयूएफजी इनटाइम इंडिया रजिस्ट्रार है।

—आईएएनएस

एबीएस/


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