नई दिल्ली। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने कर्ज चुकाने के लिए अंतरराष्ट्री मुद्रा कोष के पास स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को गिरवी रखवाने के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार की आलोचना की है। डॉन समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए रहमान ने कहा कि आईएमएफ के साथ कर्ज समझौता होने के बाद अब स्टेट बैंक पाकिस्तान के प्रति जवाबदेह नहीं है। उन्होंने कहा कि स्टेट बैंक ने साल 2019 के बाद से संघीय सरकार को एक भी रुपया नहीं दिया है। सरकार की खराब आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए रहमान ने कहा कि उन लोगों पर अधिक से अधिक कर थोपे जा रहे हैं जो पहले से ही भोजन, दवाओं और अन्य बुनियादी सुविधाओं के भुगतान के लिए पहले से ही संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी के लिए बिजली भी सस्ती नहीं हुई है। रहमान ने कहा,सरकार एक वैश्विक एजेंडे को पूरा कर रही है लेकिन हम इसे एक गुलाम राष्ट्र में तब्दील नहीं होने देंगे।