'सीएम युवा' योजना बन रही मिसाल, पढ़े-लिखे योग्य युवाओं के दरवाजे खुद पहुंच रही योगी सरकार
लखनऊ, 13 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार की सीएम युवा योजना अब सिर्फ योजना नहीं, बल्कि स्वरोजगार की नई क्रांति बनकर उभर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुसार, इस योजना के अंतर्गत अब सरकार स्वयं योग्य और शिक्षित युवाओं को खोजकर उन्हें 5 लाख रुपए तक का ऋण देकर आत्मनिर्भर बनाने जा रही है।
इस योजना के तहत विशेष अभियान चलाकर प्रत्येक जनपद में अधिकारियों की टीम विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग कॉलेजों और अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में जाकर ऐसे युवाओं को चिन्हित करेगी, जो या तो ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में हैं या पढ़ाई पूरी करने के बाद भी बेरोजगार हैं। उन्हें चिह्नित कर योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का लोन बिना ब्याज और बिना गारंटी उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि वो स्वरोजगार से जुड़कर दूसरों के लिए भी रोजगार का प्रबंध कर सकें।
सीएम युवा योजना के नोडल अधिकारी ज्वॉइंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज सर्वेश्वर शुक्ला के अनुसार, योगी सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि इस योजना से सभी योग्य, शिक्षित और प्रगतिशील सोच वाले युवाओं को जोड़ा जाए ताकि वे खुद का व्यवसाय स्थापित कर न केवल खुद को बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे सकें। सरकार चाहती है कि युवाओं को ‘बेरोजगार’ की जगह ‘स्वरोजगार’ के रास्ते पर लाया जाए। योजनाओं के तहत संबंधित ट्रेड में उन्हें 5 लाख रुपए तक का लोन और तकनीकी मार्गदर्शन दिया जाएगा, जिससे उनका स्टार्टअप या व्यवसाय सफल हो सके।
इसके लिए इसी माह से टीमें गठित कर सभी 75 जनपदों में अभियान चलाया जाएगा। यूनिवर्सिटीज, डिग्री कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज समेत उच्च शिक्षण संस्थाओं में ऐसे युवाओं की तलाश होगी, जो अपने प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने के लिए आर्थिक मदद की तलाश में हों। ऐसे युवाओं को प्रोत्साहित कर उन्हें बिना ब्याज और बिना गारंटी के 5 लाख तक का लोन उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रदेश के युवाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई इस योजना को और गति देने के लिए अधिकारियों को भी विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके तहत, निर्यात भवन लखनऊ में दो दिवसीय कार्यशाला का भी आयोजन किया गया है, जिसमें कैपेसिटी बिल्डिंग पर जोर दिया जा रहा है। इस कार्यशाला में अधिकारियों को सीएम युवा पोर्टल को अधिक यूजर फ्रेंडली और उपयोगी बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। कैपेसिटी बिल्डिंग के अंतर्गत अब अधिकारियों की क्वेरीज के आधार पर फोकस्ड और टारगेटेड प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही प्रशिक्षित अधिकारी कॉलेजों में जाकर योजना को जमीनी स्तर पर लागू करेंगे।
सीएम युवा योजना अब नौकरी ढूंढने के दौर को बदलते हुए नौकरी देने वाले युवाओं को तैयार कर रही है। इसके तहत अब तक 53 हजार से अधिक युवाओं के ऋण आवेदनों को स्वीकृत करते हुए 40 हजार को लोन वितरित भी किया जा चुका है। योजना के माध्यम से लोन के लिए अब तक 2.5 लाख युवाओं ने आवेदन किया है, जिनमें से 1.10 लाख से अधिक आवेदनों को बैंकों को फॉर्वर्ड किया गया है। इस योजना में बड़ी संख्या में महिलाएं, ओबीसी, एससी और अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं ने भी अपनी दिलचस्पी दिखाई है और इसका लाभ भी लिया है। केक मैन्युफैक्चरिंग, लॉन्ड्री, डिजिटल मार्केटिंग, इंटीरियर डिजाइनिंग, मिनरल वाटर प्लांट, टैटू स्टूडियो और सोलर पैनल इंस्टॉलेशन जैसे विविध क्षेत्रों में ब्याज मुक्त ऋण के माध्यम से युवा उद्यमी आत्मनिर्भरता की राह पर बढ़ रहे हैं।
–आईएएनएस
एसके/एबीएम