पीयूष गोयल का स्वीडन को न्योता, भारत के बुनियादी ढांचे और विनिर्माण क्षेत्र में करें निवेश

स्टॉकहोम, 11 जून (आईएएनएस)। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि व्यापारिक भागीदारी बढ़ने से भारत-स्वीडन द्विपक्षीय संबंधों को और गति मिलेगी।
वॉलनबर्ग इन्वेस्टमेंट एबी के अध्यक्ष मार्कस वॉलनबर्ग द्वारा आयोजित भारत-स्वीडन बिजनेस लीडर्स राउंडटेबल (आईएसबीएलआरटी) को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि भारत-स्वीडन सहयोग एक उज्जवल भविष्य के लिए नवाचार, उद्यमशीलता और सतत विकास को बढ़ावा देना जारी रखेगा।
मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “वर्ष 2016 में भारत और स्वीडन के नेतृत्व द्वारा परिकल्पित, आईएसबीएलआरटी तब से व्यापार, नवाचार और निवेश में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बिजनेस लीडर्स को एक साथ लाने के लिए एक प्लेटफॉर्म के रूप में उभरा है।”
उन्होंने कहा, “आज की चर्चा रचनात्मक और दूरदर्शी थी। साझा नवाचार, तकनीकी प्रगति और पारस्परिक समृद्धि पर आधारित साझेदारी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।”
गोयल ने स्वीडन के अंतरराष्ट्रीय विकास सहयोग और विदेश व्यापार मंत्री बेंजामिन डौसा और विदेश व्यापार राज्य सचिव हाकन जेवरेल के साथ अहम बैठक की।
उन्होंने कहा कि हमने स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, जलवायु, स्वास्थ्य सेवा और जीवन विज्ञान तथा कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की।
उन्होंने स्वीडन को भारत के बढ़ते बुनियादी ढांचे और विनिर्माण क्षेत्रों में अधिक हिस्सेदारी के लिए आमंत्रित किया। गोयल ने कहा कि हम सहयोग के नए अध्याय खोलने के लिए तत्पर हैं।
केंद्रीय मंत्री स्वीडन की तीन दिन की आधिकारिक यात्रा के लिए स्टॉकहोम पहुंचे, इससे पहले उन्होंने स्विट्जरलैंड की दो दिन की बेहद सफल यात्रा पूरी की।
गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “नए अवसरों की खोज करने और अपने दीर्घकालिक संबंधों को मजबूत करने के लिए स्वीडन के नेतृत्व, व्यापारिक समुदाय और प्रमुख हितधारकों के साथ जुड़ने के लिए उत्सुक हूं।”
उन्होंने कहा कि भारत में 280 से अधिक स्वीडिश कम्पनियां तथा स्वीडन में 80 से अधिक भारतीय कंपनियां कार्यरत हैं, सहयोग की संभावनाएं अपार हैं।
–आईएएनएस
पीएसके/एबीएम