एसबीआई म्यूचुअल फंड ने मजबूत प्रदर्शन के कारण भारतीय इक्विटी बाजार का आउटलुक 'न्यूट्रल' किया

नई दिल्ली, 9 जून (आईएएनएस)। एसबीआई म्यूचुअल फंड ने सोमवार को भारतीय इक्विटी बाजार का आउटलुक ‘न्यूट्रल’ कर दिया है, जो कि 2024 से अंडरवेट था। इसकी वजह वैश्विक अनिश्चितता के बीच भारतीय शेयर बाजार का अच्छा प्रदर्शन करना था।
एसबीआई ‘मार्केट आउटलुक’ रिपोर्ट में कहा गया कि अंडरवेट इक्विटी से न्यूट्रल की ओर यह बदलाव एक अच्छे बाजार आउटलुक और निवेशकों के लिए बेहतर दीर्घकालिक प्रवेश बिंदुओं का प्रतिनिधित्व करता है। हालांकि, हम अभी भी ओवरवेट की सिफारिश करने के लिए तैयार नहीं हैं।
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि टैरिफ अनिश्चितताओं के बावजूद मई में भारतीय शेयर बाजारों में तेजी आई। मासिक आधार पर निफ्टी और सेंसेक्स में क्रमशः 1.7 प्रतिशत और 1.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वही, फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (एफपीआई) ने शुद्ध खरीदार का रुख अपनाया, जबकि व्यापक बाजार में कमजोरी रही।
रिपोर्ट में बताया गया कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में कॉरपोरेट आय एकल अंक में बढ़ी है और अनुमान के मुताबिक रही है। इससे मई में गिरावट को रोकने में मदद मिली।
एसबीआई म्यूचुअल फंड के मुताबिक, जनवरी-मार्च अवधि में मेटल, हेल्थकेयर, कैपिटल गुड्स, पीएसयू बैंक और केमिकल कंपनियों के मुनाफे में अच्छी बढ़त हुई है। निजी बैंक और ऑयल एंड गैस कंपनियों के मुनाफे पर दबाव देखा गया।
रिपोर्ट में आगे कहा गया, “वित्त वर्ष 26 में कॉरपोरेट आय में लगभग 10.5 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है।”
रिपोर्ट में बताया गया, “हमारा अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026 में भारत की वृद्धि दर 6-6.5 प्रतिशत पर स्थिर रहेगी। हालांकि, टैरिफ संबंधी समस्याएं फिलहाल टल गई हैं, लेकिन वैश्विक नीति अनिश्चितता भारत की वृद्धि के लिए जोखिम है।”
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में आरबीआई की जीडीपी वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रही है, जो कि तीसरी तिमाही में 6.4 प्रतिशत रही है। यह आरबीआई और बाजार के अनुमान क्रमश: 7.2 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत से अधिक थी।
–आईएएनएस
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