नोएडा में लग्जरी कार चोर गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार; करोड़ों की गाड़ियां बरामद


नोएडा, 5 जून (आईएएनएस)। नोएडा के थाना सेक्टर-113 पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए लग्जरी कार चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। इनमें से एक 50,000 रुपये का इनामी बदमाश भी शामिल है।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई 3 लग्जरी कारें (कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये), एक घटना में इस्तेमाल स्विफ्ट कार और बड़ी मात्रा में कार चोरी के उपकरण तथा अवैध हथियार बरामद किए हैं। 4 जून की रात थाना सेक्टर-113 पुलिस ने चेकिंग के दौरान पर्थला डूब क्षेत्र कब्रिस्तान सर्विस रोड के पास मुठभेड़ के बाद तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।

इस दौरान एक बदमाश फरमान उर्फ छोटे गोली लगने से घायल हो गया। पकड़े गए आरोपियों से 3 चोरी की लग्जरी कारें इनोवा क्रिस्टा, किया सेल्टॉस और क्रेटा बरामद की गई हैं। गिरोह अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए मुख्य सड़कों, होटलों के बाहर खड़ी लग्जरी कारों की रैकी करता था। फिर ड्राइवर साइड का शीशा तोड़कर टैबलेट और कनेक्टिंग डिवाइस की मदद से गाड़ी का सिस्टम हैक कर लेते थे।

डुप्लीकेट चाबी बनाकर महज 4-5 मिनट में गाड़ी लेकर फरार हो जाते थे। चोरी के बाद गाड़ी को सुनसान जगह खड़ा कर शीशा और नंबर प्लेट बदल दी जाती थी। आपस में बात करने के लिए मोबाइल के बजाय जंगी ऐप का इस्तेमाल करते थे, ताकि पुलिस सर्विलांस से बच सके।

पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों में फरमान उर्फ छोटे, निवासी मेरठ, 50,000 रुपये का इनामी बदमाश, मुठभेड़ में घायल। असलम, निवासी बुलंदशहर और मकसूर उर्फ रिहान उर्फ राहुल, निवासी हापुड़, वर्तमान पता नोएडा शामिल हैं। फरमान के खिलाफ मेरठ, नोएडा सहित विभिन्न थानों में लूट, चोरी, आर्म्स एक्ट और गिरोहबंद अधिनियम सहित 30 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं।

इन मामलों में हत्या का प्रयास, लूट, चोरी सहित कई मामले शामिल हैं। इन आरोपियों में असलम और मकसूर पर भी नोएडा के विभिन्न थानों में वाहन चोरी, धोखाधड़ी, धार्मिक रूपांतरण कानून और आर्म्स एक्ट के तहत कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस ने बताया कि इनके पास से चोरी के उपकरण: टैबलेट किट, टी-चाबी, रिंच, पेचकस, शीशा तोड़ने के लिए रॉड, विंडो लॉक टूल, वायर कटर, स्टेरिंग लॉक, नकली नंबर प्लेटें इत्यादि बरामद हुई हैं। पुलिस के अनुसार, यह गैंग बेहद शातिर और तकनीकी रूप से समझदार है। गाड़ियों की चोरी से मिले पैसों का इस्तेमाल ये लोग अपने केस की पैरवी और ऐशोआराम की जिंदगी जीने में करते थे। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर अन्य वारदातों की जानकारी जुटा रही है।

–आईएएनएस

पीकेटी/डीएससी


Show More
Back to top button