व्यापारियों और एमएसएमई को सशक्त बना रही भारत की फिनटेक कंपनियां: वित्त मंत्री सीतारमण


नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि भारत की फिनटेक कंपनियां देश के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) को आगे बढ़ाने और व्यापारियों के साथ-साथ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को सशक्त बनाने में मदद कर रही हैं।

वित्त मंत्री सीतारमण ने नोएडा में डिजिटल फिनटेक कंपनी ‘पाइन लैब्स’ के कार्यालय का दौरा किया और इसके कर्मचारियों तथा स्टाफ सदस्यों से बातचीत की।

निर्मला सीतारमण कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “वित्त मंत्री सीतारमण ने नोएडा में डिजिटल फिनटेक कंपनी ‘पाइन लैब्स’ के कार्यालय का दौरा किया और इसके कर्मचारियों तथा स्टाफ सदस्यों से बातचीत की। उन्होंने देश के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) के विस्तार और व्यापारियों के साथ-साथ एमएसएमई के लिए निर्बाध, सुरक्षित और समावेशी वित्तीय सेवाओं को सक्षम करने में भारत की फिनटेक कंपनियों के योगदान को स्वीकारा।”

पाइन लैब्स के सीईओ बी. अमरीश राउ ने एक एक्स पोस्ट में कहा कि यह, “एक रोमांचक और अविश्वसनीय दिन था… पूरा घर भरा हुआ था और हमारी वित्त मंत्री अपनी बातचीत और तकनीकी चर्चाओं में पूरी तरह से डूबी हुई थीं।”

‘पाइन लैब्स’ भारत, मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में संचालित एक मर्चेंट कॉमर्स ऑम्नीचैनल प्लेटफॉर्म है।

पाइन लैब्स डिजिटल भुगतान को सरल बनाने और व्यवसायों को फिनटेक समाधानों को बढ़ाने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित करता है।

निर्मला सीतारमण कार्यालय की ओर से एक दूसरे पोस्ट में बताया गया कि वित्त मंत्री ने पाइन लैब्स के मोबाइल रिटेलर और कस्टमर कुलदीप चौहान से भी बातचीत की। चौहान को भारत के तेजी से बढ़ते फिनटेक इकोसिस्टम और डीपीआई से लाभ प्राप्त हुआ।

निर्मला सीतारमण कार्यालय के अनुसार, कुलदीप मोबाइल हाउस के मालिक चौहान नोएडा में मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक्स बेचने वाले तीन रिटेल स्टोर संचालित करते हैं। देश भर में डिजिटल पेमेंट को व्यापक रूप से अपनाने से उनके व्यवसाय में तेजी से वृद्धि हुई है।

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के रहने वाले चौहान पहले आम की खेती करते थे। आज, वे महत्वाकांक्षी भारतीयों की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो नए अवसरों का लाभ उठा रहे हैं और भारत की विकास कहानी में योगदान दे रहे हैं।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर


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