'टीवी पर दिखने के लिए करते हैं बयानबाजी', केशव प्रसाद मौर्य ने दी उदित राज के बयान पर प्रतिक्रिया

वाराणसी, 24 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को वाराणसी में कांग्रेस नेता उदित राज के विदेश मंत्री एस. जयशंकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी। उदित राज के जयशंकर को ‘गद्दार’ कहने वाले बयान पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ऐसे लोग टीवी पर दिखाई देने के लिए बयानबाजी करते है और उदित राज के सवाल का जवाब देना भी ‘जवाब’ का अनादर है।
उन्होंने कहा कि देश के जवानों ने 140 करोड़ देशवासियों का मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया है। हम आर्थिक रूप से एक शक्ति के तौर पर विकसित हो रहे हैं। अब भारत सामरिक रूप से भी विश्व की महाशक्ति के रूप में उभरा है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाने पर कहा कि जो शीशे के घर में रहते हैं, उनको सवाल उठाने का हक नहीं है। उन्होंने प्रदेश में सख्त कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में गुंडों और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। शासन और प्रशासन काफी सख्त है। साल 2022 की तरह अखिलेश यादव मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे है। आंख खुलने के बाद उनको पता चलेगा कि समाजवादी पार्टी अब समाप्तवादी पार्टी बन गई है।
कांग्रेस की ओर से उठाए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भारतीय सेना के शौर्यपूर्ण प्रदर्शन और देश की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत, पाकिस्तान को चारों तरफ से तबाह करने के कारण सबसे ज्यादा परेशान है। कांग्रेस चाहती है कि भारत की सेना कमजोर पड़ जाती और भारत मात खा जाता। कांग्रेस ने इस मामले में नकारात्मक राजनीति की है। पाकिस्तान का पीएम और सेना का अध्यक्ष जो बोलता है, वही भाषा राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे बोलते हैं। कांग्रेस के नेता इसकी सराहना कर रहे हैं।
केशव प्रसाद मौर्य ने आगे कहा, “ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस पार्टी बेहद बेचैन नजर आ रही है। यहां तक कि पाकिस्तान के प्रवक्ता भी राहुल गांधी जितना नहीं बोलते। उन्हें भारतीय सेना की बहादुरी और भारत की जीत का जश्न मनाना चाहिए। अगर वे भारत के सबसे लोकप्रिय और निर्णायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ नहीं कर सकते, तो कम से कम उन्हें पाकिस्तान की तारीफ करने या उसके प्रवक्ता की तरह काम करने से बचना चाहिए।”
— आईएएनएस
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