अपर्णा यादव ने अहिल्याबाई होल्कर के योगदान को सराहा, ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस को घेरा

लखनऊ, 19 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष और भाजपा की वरिष्ठ नेता अपर्णा यादव ने राजमाता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और योगदान पर आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा, “अहिल्याबाई होल्कर के बारे में हर किसी को जानना चाहिए, जिन्होंने विषम परिस्थितियों में समाज के लिए आदर्श स्थापित किए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) पिछले एक साल से लोकमाता अहिल्याबाई पर केंद्रित कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इस मंच के माध्यम से हमें आज अपने विचार साझा करने का अवसर मिला है। राजमाता अहिल्याबाई होल्कर ने न केवल मालवा साम्राज्य को समृद्ध किया, बल्कि काशी विश्वनाथ मंदिर सहित कई मंदिरों का पुनर्निर्माण कर सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित किया। उनकी बुद्धिमत्ता, शक्ति और ज्ञान आज भी प्रेरणा देती है। युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने चाहिए।”
इसके साथ ही, अपर्णा यादव ने समाजवादी पार्टी (सपा) की मीडिया सेल द्वारा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के खिलाफ की गई व्यक्तिगत टिप्पणी की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “किसी भी पार्टी या व्यक्ति के खिलाफ इस तरह की निजी टिप्पणी करना पूरी तरह गलत है। राजनीति में शालीनता और मर्यादा का पालन होना चाहिए।”
वहीं, ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को लेकर कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों पर अपर्णा यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को अपने रुख पर विचार करना चाहिए। यह वही पार्टी है, जिसने वर्षों तक देश की सत्ता संभाली, लेकिन आज राष्ट्रीय हितों पर सवाल उठा रही है। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की बहादुरी को पूरे देश ने सराहा और ऐसे समय में एकजुटता दिखाने की जरूरत है। विपक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सकारात्मक रुख अपनाए।”
वहीं उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सपा और कांग्रेस पर परिवारवाद और सत्ता की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “सपा और कांग्रेस का एकमात्र एजेंडा परिवार और सत्ता है, जबकि हमारी सरकार विकास और राष्ट्रवाद के लिए काम कर रही है। पहले आतंकवादियों को छोड़ा जाता था, लेकिन आज श्रीनगर में तिरंगा लहराया जा रहा है। अब यूपी में न जातिवाद चलेगा, न परिवारवाद, केवल राष्ट्रवाद और विकासवाद चलेगा।”
–आईएएनएस
एकेएस/जीकेटी