वित्त वर्ष 2025 में एसबीआई का परिचालन लाभ 1.10 लाख करोड़ रुपए के पार

नई दिल्ली, 3 मई (आईएएनएस)। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का परिचालन लाभ वित्त वर्ष 2024-25 में 17.89 प्रतिशत बढ़कर 1.10 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया, जबकि चौथी तिमाही में परिचालन लाभ सालाना आधार पर 8.83 प्रतिशत बढ़कर 31,286 करोड़ रुपए रहा।
देश के सबसे बड़े बैंक ने शनिवार को वित्तीय परिणामों की घोषणा की। शेयर बाजार को दी गई जानकारी में उसने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में शुद्ध लाभ 70,901 करोड़ रुपए रहा, जो 16.08 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
चौथी तिमाही में कर पश्चात लाभ (पीएटी) बढ़कर 20,698 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछली तिमाही में 16,891 करोड़ रुपए था।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) में 4.43 प्रतिशत की वृद्धि हुई। तिमाही के लिए, शुद्ध ब्याज आय 2.7 प्रतिशत बढ़कर 42,775 करोड़ रुपए हो गई।
बैंक के निदेशकमंडल ने प्रति शेयर 15.9 रुपए का लाभांश घोषित किया है।
इसकी फाइलिंग के अनुसार, एक साल पहले की तुलना में 31 मार्च 2025 को ग्रॉस एनपीए रेश्यो 0.42 प्रतिशत के सुधार के साथ 1.82 प्रतिशत पर और नेट एनपीए रेश्यो 0.10 प्रतिशत के सुधार के साथ 0.47 प्रतिशत पर रहा।
बैंक ने कहा, “पूरे बैंक डिपॉजिट में सालाना आधार पर 9.48 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सीएएसए डिपॉजिट में सालाना आधार पर 6.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सीएएसए अनुपात 31 मार्च 2025 तक 39.97 प्रतिशत दर्ज किया गया है।”
एसएमई एडवांस 16.86 प्रतिशत की वृद्धि के साथ पांच लाख करोड़ रुपए को पार कर गया। एग्री एडवांस में 14.29 प्रतिशत की वृद्धि हुई और रिटेल पर्सनल एडवांस और कॉर्पोरेट एडवांस में क्रमशः 11.40 प्रतिशत और नौ प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई।
वित्त वर्ष 2025 के लिए स्लिपेज अनुपात में 0.07 प्रतिशत का सुधार हुआ और यह 0.55 प्रतिशत रहा। चौथी तिमाही के लिए स्लिपेज अनुपात में 0.01 प्रतिशत का सुधार हुआ और यह 0.42 प्रतिशत रहा।
बैंक ने बताया है कि 64 प्रतिशत सेविंग अकाउंट योनो के माध्यम से डिजिटल रूप से अधिग्रहित किए गए थे, जबकि कुल लेनदेन में वैकल्पिक चैनलों की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023-24 के 97.8 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 98.2 प्रतिशत हो गई।
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बैंक का आरओए और आरओई क्रमशः 1.10 प्रतिशत और 19.87 प्रतिशत रहा।
–आईएएनएस
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