हमारे लोगों के खून की एक-एक बूंद का बदला लिया जाएगा, पानी की बूंद को भी तरसेगा पाकिस्तान: चिराग पासवान


सोनीपत, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान शुक्रवार को सोनीपत के कुंडली स्थित निफ्टम संस्थान में पहुंचे। यहां पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर कहा कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है।

उन्होंने कहा कि आतंकियों ने कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया है। इस हमले से देश के लोग आक्रोशित हैं। देशवासियों के आक्रोश की भावना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पूरी तरह से सहमत हैं। इससे पहले जब पुलवामा में ऐसी घटना घटी थी, उस वक्त भी आतंकियों को और उनके आकाओं को केंद्र सरकार ने मुंह तोड़ जवाब दिया था।

उन्होंने आगे कहा, “मैं देशवासियों को यह आश्वस्त कराना चाहता हूं कि हमारे लोगों के खून की एक-एक बूंद का बदला लिया जाएगा। आतंकियों और उनके आकाओं को अब बख्शा नहीं जाएगा। उनको उनकी ही भाषा में करारा जवाब दिया जाएगा।”

केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ लिए गए कड़े फैसलों को लेकर उन्होंने कहा कि सिंधु जल संधि पर रोक लगाने का फैसला बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि आने वाले समय में पाकिस्तान पानी की बूंद के लिए भी तरसेगा। हमारे देश की छह नदियों के पानी का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा, हम लोग उनके यहां देते थे। यह हमारी दोस्ती, इंसानियत और मानवता थी। लेकिन पाकिस्तान ने उसकी कद्र नहीं की।

पीएम मोदी का यह कड़ा फैसला आने वाले दिनों में पाकिस्तान, आतंकियों और उनके आकाओं को इस बात का एहसास दिलाएगा कि भारतीयों का खून बहाने का क्या नतीजा होता है। पहले भी हमने अपने जवानों की शहादत का बदला लिया है।

इसके अलावा चिराग पासवान ने निफ्टम संस्थान की जमकर तारीफ की और कहा कि मैं केंद्र सरकार के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी धन्यवाद करता हूं कि देश में एक और निफ्टम संस्थान खोलने की मंजूरी दी गई है।

चिराग पासवान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी किया। उन्होंने कहा, “आज निफ्टम कुंडली में आयोजित निफ्टम 2.0 को संबोधित किया। यह स्टार्टअप कॉन्क्लेव नवाचार, कृषि-उद्यमिता एवं युवा भारत की आकांक्षाओं का संगम है। यह कार्यक्रम वर्तमान व प्रस्तावित निफ्टम संस्थानों के समन्वय से एक भविष्योन्मुखी एवं वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित खाद्य इकोसिस्टम को सशक्त बनाएगा। आइए हम सब मिलकर ऐसा भारत गढ़ें, जहां दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर कम से कम एक खाद्य उत्पाद मेड इन इंडिया हो।”

–आईएएनएस

एफजेड/


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