हुंडई मोटर ने मोबिलिटी रिसर्च सेंटर खोलने के लिए आईआईटी दिल्ली से मिलाया हाथ


सोल/नई दिल्ली, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। हुंडई मोटर ग्रुप ने गुरुवार को बताया कि कंपनी ने भविष्य की मोबिलिटी टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से भारत में एक नया रिसर्च सेंटर स्थापित करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के साथ साझेदारी की है। नए रिसर्च सेंटर के लिए इस साझेदारी में इलेक्ट्रिफिकेशन और बैटरी सिस्टम पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

इस साझेदारी समझौते के तहत दोनों पक्ष हुंडई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करेंगे। हुंडई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एक लॉन्ग-टर्म एकेडमिक-इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन फ्रेमवर्क के तहत जॉइंट रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए केंद्र के रूप में काम करेगा।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हुंडई मोटर और किआ ने भविष्य की मोबिलिटी टेक्नोलॉजी में रिसर्च को आगे बढ़ाने के लिए दो वर्षों में लगभग 5 बिलियन वॉन (3.5 मिलियन डॉलर) का निवेश करने की योजना बनाई है।

समूह ने आईआईटी दिल्ली के साथ नौ सहयोगी परियोजनाओं की पहचान की है, जो बैटरी सेल और सिस्टम, बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम, सेफ्टी, ड्यूरेबिलिटी और डायग्नोस्टिक टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों को कवर करती हैं।

केंद्र बैटरी डिजाइन और परफॉर्मेंस को और बेहतर बनाने के लिए नई मटेरियल और कंपोनेंट्स की भी खोज करेगा।

नई दिल्ली में एक आधिकारिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर समारोह आयोजित किया गया, जिसमें हुंडई के अनुसंधान और विकास प्रभाग के अध्यक्ष और प्रमुख यांग हेई-वोन और आईआईटी दिल्ली के निदेशक रंगन बनर्जी सहित अन्य लोग शामिल हुए।

यांग ने कहा, “हम बैटरी इनोवेशन में भारत के सबसे प्रतिभाशाली लोगों के साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं। यह साझेदारी भारत की अनूठी बाजार जरूरतों को पूरा करते हुए फ्यूचर मोबिलिटी सॉल्यूशन विकसित करने में अहम होगी। साथ ही यह साझेदारी से भारत की अर्थव्यवस्था और समाज में योगदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।”

हुंडई मोटर इंडिया ने हाल ही में भारत से निर्यात के 25 साल पूरे किए हैं, जिससे इस क्षेत्र में सबसे बड़े निर्यातक के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई है।

1999 में निर्यात शुरू करने के बाद से, कंपनी ने दुनिया भर में 3.7 मिलियन से अधिक वाहन भेजे हैं।

कंपनी के निर्यात डेटा ने भारत के आत्मनिर्भर और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी ऑटोमोबाइल उत्पादन के लिए प्रयास की सफलता को दर्शाया।

पिछले कुछ वर्षों में, हुंडई ने 150 से अधिक देशों को कारों का निर्यात करते हुए अपनी वैश्विक पहुंच का विस्तार किया है।

–आईएएनएस

एसकेटी/केआर


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