नेपाल में राजशाही की बहाली की मांग : फिर सड़कों पर उतरेगी आरपीपी; हाई अलर्ट पर पुलिस

काठमांडू, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। नेपाल की राजशाही समर्थक राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) मंगलवार को राजधानी में फिर प्रदर्शन करने जा रही है। इस बार उसने बल्खू में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
आरपीपी राजशाही की बहाली और पुलिस हिरासत में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करने जा रही है।
इससे पहले काठमांडू के तिनकुने इलाके में 28 मार्च को राजशाही समर्थक प्रदर्शन उग्र हो उठा था। सुरक्षाकर्मियों और राजशाही समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों में दो लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना के सिलसिले में कई नेताओं और राजशाही समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है।
नेपाल में राजशाही को फिर से स्थापित करने के मिशन के साथ गठित संयुक्त जन आंदोलन के समन्वयक नबराज सुबेदी को घर में नजरबंद रखा गया है। जबकि आरपीपी के नेता उपाध्यक्ष रवींद्र मिश्रा और महासचिव धवल शमशेर राणा पुलिस हिरासत में हैं।
सरकार और राजशाही दोनों ही खेमे तिनकुने विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़काने के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
आरपीपी का मंगलवार को विरोध प्रदर्शन ‘स्थिति बदलने के लिए व्यवस्था बदलें’ के नारे के तहत आयोजित किया जाएगा। प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी अध्यक्ष राजेंद्र लिंगडेन करेंगे। इस विरोध प्रदर्शन को राजशाही समर्थक समूह ज्वाइंट पीपुल्स मूवमेंट का भी समर्थन प्राप्त होगा।
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता दिनेश कुमार आचार्य ने नेपाल के प्रमुख दैनिक काठमांडू पोस्ट को बताया कि आरपीपी प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस के 2,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया जाएगा।
एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें उम्मीद है कि संसद में 14 सीटें रखने वाली पार्टी का यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहेगा।”
अधिकारियों ने चेतावनी दी कि अगर कोई प्रदर्शनकारी तोड़फोड़ या आगजनी करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
–आईएएनएस
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