हिताची एनर्जी-बीएचईएल को अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस की सब्सिडियरी से मिला 6 गीगावाट का कॉन्ट्रैक्ट

अहमदाबाद, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। देश के 6 करोड़ घरों को पर्याप्त ऊर्जा उपलब्ध कराने के लिए, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) की सहायक कंपनी राजस्थान पार्ट I पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड ने हिताची एनर्जी और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) के कंसोर्टियम को 6 गीगावाट का एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट दिया है।
इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत कंसोर्टियम द्वारा राजस्थान के भड़ला क्षेत्र से उत्तर प्रदेश के फतेहपुर स्थित औद्योगिक और परिवहन केंद्र तक रिन्यूएबल एनर्जी पहुंचाने के लिए हाई-वोल्टेज डायरेक्ट करंट (एचवीडीसी) टर्मिनलों को डिजाइन और डिलीवर किया जाएगा।
कंपनी ने बताया कि 6 गीगावाट की 950 किलोमीटर की एचवीडीसी लिंक से भारत में करीब 6 करोड़ घरों को ऊर्जा की आपूर्ति की जाएगी।
एईएसएल के सीईओ कंदर्प पटेल ने कहा, “रिन्यूएबल एनर्जी की कुशल निकासी क्षमता तैयार करके और इसे राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़कर, एईएसएल भारत की डीकार्बोनाइजेशन यात्रा में अपनी भूमिका निभा रही है। हम प्रोजेक्ट को समय पर और न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव के साथ पूरा करने के लिए लेटेस्ट टेक्नोलॉजी और प्रैक्टिस का उपयोग करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत की 500 गीगावाट रिन्यूएबल निकासी क्षमता और अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन प्रणाली का हिस्सा बनते हुए, 800 किलोवोल्ट (केवी), 6 गीगावाट बाय-पोल और बाय-डायरेक्शनल एचवीडीसी टर्मिनल भड़ला में रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र से बिजली स्थानांतरित करने में मदद करेंगे।
हिताची एनर्जी के बिजनेस यूनिट ग्रिड इंटीग्रेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर निकलास पर्सन ने कहा, “बाय-डायरेक्शनल पावर फ्लो कंट्रोल और ग्रिड स्थिरता के लिए एक मजबूत एचवीडीसी सिस्टम आवश्यक है, जो भारत में रिन्यूएबल एनर्जी इंटीग्रेशन की तेज गति का सपोर्ट करेगा। हम देश में एक और प्रमुख एचवीडीसी ट्रांसमिशन परियोजना का हिस्सा बनकर गौरवान्वित हैं।”
पिछले महीने के अंत में, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) ने महान ट्रांसमिशन लिमिटेड (एमटीएल) के 100 प्रतिशत इक्विटी शेयरों के अधिग्रहण के लिए आरईसी पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी लिमिटेड (आरईसीपीडीसीएल) के साथ शेयर खरीद समझौते (एसपीए) का ऐलान किया था।
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि एमटीएल मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के महान में अदाणी पावर लिमिटेड की आगामी 1,600 मेगावाट की यूनिट्स से 1,230 मेगावाट बिजली को राज्य ग्रिड में भेजेगा।
महान ट्रांसमिशन के इक्विटी शेयरों का अधिग्रहण 10 रुपये प्रति शेयर की फेस वैल्यू पर किया जाएगा।
इसके अलावा, हाल ही में, एईएसएल ने गुजरात में 2,800 करोड़ रुपये का पावर ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट हासिल किया।
भारत की सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन और वितरण कंपनी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट 36 महीनों में देश को सौंपा जाएगा, जो मुंद्रा में ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया के निर्माण के लिए ग्रीन इलेक्ट्रॉनों की आपूर्ति करेगा।
–आईएएनएस
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