यूएस टैरिफ को लेकर बोले एनएसई सीईओ, अन्य देशों के मुकाबले भारत की स्थिति बेहतर

नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, आशीष चौहान ने रविवार को कहा कि हाल ही में अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ में भारत को अन्य देशों के मुकाबले राहत मिली है।
बदलते वैश्विक आर्थिक हालातों पर समाचार एजेंसी आईएएनएस से चर्चा करते हुए चौहान ने कहा कि नए टैरिफ से कई देशों को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि, भारत की स्थिति अन्य देशों के मुकाबले काफी बेहतर है।
चौहान ने वैष्णो देवी मंदिर की अपनी पहली यात्रा के दौरान आईएएनएस से कहा, “हालांकि हाल के दिनों में नए टैरिफ लगाए गए हैं, फिर भी भारत को अन्य देशों की तुलना में कुछ राहत मिली है।”
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कई देश टैरिफ बोझ को कम करने के लिए अमेरिका के साथ बातचीत कर सकते हैं और भारत भी अपना पक्ष रखेगा।
एनएसई सीईओ ने आगे कहा, “निकट भविष्य में, कई देशों द्वारा इन शुल्कों को कम करने के लिए अमेरिका के साथ चर्चा करने और अपना-अपना पक्ष प्रस्तुत करने की उम्मीद है और भारत भी ऐसा ही करेगा।”
एनएसई सीईओ का बयान एसबीआई रिसर्च की हालिया रिपोर्ट से मेल खाता है, जिसमें कहा गया था कि भारत का अमेरिकी टैरिफ को लेकर जोखिम काफी सीमित है, क्योंकि अमेरिका को निर्यात होने वाली वस्तुओं की जीडीपी में हिस्सेदारी केवल 4 प्रतिशत के आसपास है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारत पर अमेरिका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ प्रमुख एशियाई देशों में सबसे कम हैं, जिससे भारत को चीन, वियतनाम, थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे प्रतिस्पर्धियों पर प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी।
एसबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि टैरिफ के कारण भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और कृषि जैसे क्षेत्रों को लंबी अवधि में लाभ हो सकता है, हालांकि रत्न एवं आभूषण और इंजीनियरिंग गुड्स जैसे सेक्टरों के लिए छोटी अवधि में चुनौतियां बनी हुई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, “अमेरिका को भारत के निर्यात में वित्त वर्ष 23 से गिरावट जारी है और कुल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी करीब 17-18 प्रतिशत है। अमेरिका को निर्यात की जाने वाली शीर्ष 15 वस्तुओं की कुल निर्यात में 63 प्रतिशत हिस्सेदारी है।”
–आईएएनएस
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