10.05 करोड़ ग्रामीण महिला परिवारों को 90.90 लाख स्वयं सहायता समूहों में किया गया संगठित : केंद्र


नई दिल्ली, 18 मार्च (आईएएनएस)। केंद्र सरकार ने मंगलवार को जानकारी देते हुए कहा कि दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के तहत कम से कम 10.05 करोड़ ग्रामीण महिला परिवारों को 90.90 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में संगठित किया गया है।

वित्त वर्ष 2013-14 से, डीएवाई-एनआरएलएम के तहत महिला एसएचजी द्वारा 10.20 लाख करोड़ रुपये की बैंक क्रेडिट राशि का इस्तेमाल किया गया।

ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि 28 फरवरी, 2025 तक एसएचजी और उनके संघों को कुल 51,368.39 करोड़ रुपये की पूंजीकरण सहायता (रिवॉलविंग फंड और कम्युनिटी इंवेस्टमेंट फंड) प्रदान की गई है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 28 फरवरी तक यह मिशन 28 राज्यों और छह केंद्र शासित प्रदेशों के 745 जिलों के 7,144 ब्लॉकों में लागू किया जा रहा है।

ग्रामीण विकास मंत्रालय केवल दिल्ली और चंडीगढ़ को छोड़कर पूरे देश में डीएवाई-एनआरएलएम को लागू कर रहा है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण गरीब महिला परिवारों को स्वयं सहायता समूहों में संगठित करना और उन्हें तब तक लगातार पोषित और सहायता प्रदान करना है, जब तक कि वे समय के साथ आय में वृद्धि प्राप्त न कर लें। इसी के साथ डीएवाई-एनआरएलएम का उद्देश्य गरीब महिलाओं के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना और उन्हें गरीबी से बाहर निकालना है।

केंद्रीय मंत्री के अनुसार, इस योजना ने महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों के लिए मार्केटिंग सहायता को मजबूत करने के लिए कई उपाय किए हैं।

इसमें शहरी बाजारों में स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर आयोजित किए जाने वाले ‘सरस मेले’ शामिल हैं।

मंत्रालय ने सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) के सहयोग से स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए जीईएम में स्टोर फ्रंट के रूप में “सरस कलेक्शन” बनाया है।

केंद्रीय मंत्री के अनुसार, कारीगरों, बुनकरों और शिल्पकारों सहित स्वयं सहायता समूहों के उत्पादकों को फ्लिपकार्ट समर्थ कार्यक्रम, अमेजन सहेली पहल और स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के विपणन के लिए मीशो के जरिए राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच बनाने में सुविधा प्रदान करने के लिए मंत्रालय और फ्लिपकार्ट, अमेजन और फैशनियर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (मीशो) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की ऑनलाइन मार्केटिंग के लिए मंत्रालय द्वारा एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म भी लॉन्च किया गया है।

इसके अलावा, ई-सरस ओएनडीसी नेटवर्क पर विक्रेता नेटवर्क भागीदार के रूप में भी सक्रिय है।

–आईएएनएस

एसकेटी/जीकेटी


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