एंड्रीवा ने सबालेंका को हराकर इंडियन वेल्स का महिला एकल खिताब जीता

इंडियन वेल्स, 17 मार्च (आईएएनएस)। मीरा एंड्रीवा ने इंडियन वेल्स ओपन के फाइनल में विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी आर्यना सबालेंका को 2-6, 6-4, 6-3 से हराकर लगातार दूसरा डब्ल्यूटीए 1000 खिताब जीता।
17 वर्षीय रूसी खिलाड़ी 1999 में सेरेना विलियम्स के बाद सबसे कम उम्र की इंडियन वेल्स ओपन चैंपियन बन गई हैं, और 1998 में मार्टिना हिंगिस और सेरेना के बाद टूर्नामेंट के इतिहास में तीसरी सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गई हैं।
एंड्रीवा ने पिछले महीने दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप में अपना पहला डब्ल्यूटीए 1000 खिताब जीतने के बाद एक सेट से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए लगातार 12वां मैच जीता। डब्ल्यूटीए की रिपोर्ट के अनुसार, एंड्रीवा 2009 में प्रारूप की शुरुआत के बाद से लगातार 12 डब्ल्यूटीए 1000 जीत दर्ज करने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं।
एंड्रीवा ने कोर्ट पर अपने भाषण में कहा, “मैं अंत तक लड़ने और हमेशा मुझ पर विश्वास करने तथा कभी हार न मानने के लिए खुद को फिर से धन्यवाद देना चाहूंगी।मैंने आज खरगोश की तरह दौड़ने की कोशिश की। बस बने रहना वाकई मुश्किल था, इसलिए मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया और इसलिए मैं खुद को धन्यवाद देना चाहती हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि मैंने भी इसमें थोड़ी भूमिका निभाई।”
एंड्रीवा, टोक्यो 2005 में मारिया शारापोवा द्वारा लिंडसे डेवनपोर्ट को हराने के बाद से डब्ल्यूटीए फाइनल में विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी को हराने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं, और पिछले 40 वर्षों में 17 या उससे कम उम्र की तीसरी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने एक ही डब्ल्यूटीए इवेंट में विश्व की नंबर 1 और विश्व की नंबर 2 खिलाड़ी को हराया है। सेमीफाइनल में, एंड्रीवा ने दो बार की चैंपियन और नंबर 2 इगा स्वीयाटेक के खिताब के बचाव को समाप्त कर दिया, उन्हें इतने ही टूर्नामेंट में दूसरी बार हराया।
इंडियन वेल्स एंड्रीवा का तीसरा करियर खिताब और इस सीजन का दूसरा खिताब है। उनके तीन खिताबों में से दो खिताब अब डब्ल्यूटीए 1000 स्तर पर आए हैं और वह सोमवार को डब्ल्यूटीए रैंकिंग में अपने करियर के सर्वोच्च 6वें स्थान पर पहुंच जाएंगी। वह इस सीजन में 19 जीत के साथ इंडियन वेल्स से सबसे ज्यादा जीत के साथ शीर्ष पर हैं।
–आईएएनएस
आरआर/