इंटरनेशनल मास्टर्स लीग टी20 : इंडिया मास्टर्स ने जीता खिताब, टूर्नामेंट में छाए रहे सचिन, युवराज

नई दिल्ली, 17 मार्च (आईएएनएस)। रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए इंटरनेशनल मास्टर्स लीग टी20 2025 के फाइनल मुकाबले में इंडिया मास्टर्स ने वेस्टइंडीज मास्टर्स को 6 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। वेस्टइंडीज मास्टर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 148 रन बनाए, जिसके जवाब में इंडिया मास्टर्स ने 17.1 ओवर में 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस शानदार जीत के नायक रहे अंबाती रायडू, जिन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
वेस्टइंडीज मास्टर्स की शुरुआत शानदार रही। सलामी बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ ने 35 गेंदों में 45 रन की तेज पारी खेली, जिसमें 6 चौके और 2 छक्के शामिल थे। हालांकि, शाहबाज नदीम ने उन्हें आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। कप्तान ब्रायन लारा (6) और विलियम पर्किन्स (6) सस्ते में पवेलियन लौट गए। लेंडल सिमंस ने 41 गेंदों में 57 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 5 चौके और 1 छक्का शामिल था, लेकिन विनय कुमार ने उन्हें बोल्ड कर वेस्टइंडीज की उम्मीदों को झटका दिया। रवि रामपाल (2), चैडविक वाल्टन (6) और आंद्रे नर्स (1) भी कुछ खास नहीं कर सके। दिनेश रामदीन 12 रन बनाकर नाबाद रहे।
वेस्टइंडीज की टीम 20 ओवर में 148/7 का स्कोर ही बना सकी। भारत की ओर से विनय कुमार और शाहबाज नदीम ने क्रमशः तीन और दो विकेट लिए।
149 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंडिया मास्टर्स की टीम को अंबाती रायडू और सचिन तेंदुलकर ने शानदार शुरुआत दी। रायडू ने 50 गेंदों में 74 रन की धमाकेदार पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल थे। उनकी 148 की स्ट्राइक रेट ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। सचिन तेंदुलकर ने 18 गेंदों में 25 रन बनाए और टीम को स्थिरता दी। गुरकीरत सिंह मान ने 12 गेंदों में 14 रन का योगदान दिया, जबकि यूसुफ पठान खाता खोले बिना आउट हो गए।
युवराज सिंह 11 गेंदों में 13 रन बनाकर नाबाद रहे और स्टुअर्ट बिन्नी ने 9 गेंदों में 16 रन की तेज पारी खेलकर टीम को जीत तक पहुंचाया। भारत ने 17.1 ओवर में 149/4 का स्कोर बनाकर 6 विकेट से जीत हासिल की। वेस्टइंडीज की ओर से आंद्रे नर्स ने 2 विकेट लिए।
अंबाती रायडू ने अपनी 50 गेंदों पर 74 रनों की शानदार बल्लेबाजी से न सिर्फ टीम को जीत दिलाई, बल्कि फाइनल में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का पुरस्कार भी अपने नाम किया। उनकी आक्रामक पारी ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को दबाव में ला दिया और इंडिया मास्टर्स के लिए खिताबी जीत की राह आसान कर दी।
यह छह टीमों का टूर्नामेंट रहा जिसमें साउथ अफ्रीकन मास्टर्स और इंग्लैंड मास्टर्स की टीमें लीग स्टेज में ही बाहर हो गई थीं। दो फाइनलिस्टों के अलावा श्रीलंका मास्टर्स और ऑस्ट्रेलियन मास्टर्स की टीमें भी सेमीफाइनल में क्वालीफाई करने में कामयाब रही थीं।
यह इस लीग का पहला संस्करण था जिसमें उम्र के इस पड़ाव पर भी सचिन तेंदुलकर ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। उन्होंने न केवल शानदार कप्तानी करते हुए टीम को खिताबी जीत दिलाई बल्कि मास्टर ब्लास्टर ने बैटिंग में भी 150 से ऊपर के स्ट्राइक रेट से 181 रन बनाए। बाएं हाथ के युवराज सिंह ने भी 185 के स्ट्राइक रेट के साथ जबरदस्त बल्लेबाजी की। उन्होंने बेहतरीन फिनिशिंग करते हुए 179 की औसत के साथ इतने ही रन बनाए। वहीं टॉप रन स्कोरर में शेन वॉटसन नंबर एक पर रहे जिन्होंने छह पारियों में 195 के स्ट्राइक रेट के साथ 120.33 की औसत से 361 रन बनाए।
वहीं गेंदबाजी में एश्ले नर्स ने सर्वाधिक 10 विकेट लिए। भारतीय गेंदबाजों में पवन नेगी ने 9 विकेट लिए। स्टुअर्ट बिन्नी ने भी 7 विकेट लिए। विनय कुमार, शाहबाज नदीम और इरफान पठान ने क्रमशः 8, 6 और 6 विकेट लिए।
–आईएएनएस
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