दरभंगा की मेयर के होली वाले बयान पर छिड़ी बहस; यूपी, बिहार, महाराष्ट्र के नेताओं ने उठाए सवाल

नई दिल्ली, 12 मार्च (आईएएनएस)। देश में एक ही दिन होली और जुमे की नमाज को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस मामले को बिहार के दरभंगा जिले की मेयर अंजुम आरा के बयान ने और बढ़ा दिया है। मेयर अंजुम आरा ने कहा कि जुमे की नमाज के लिए होली को दो घंटे तक के लिए रोक दिया जाए। उनके इस बयान के बाद कई राजनेताओं के बयान सामने आए हैं।
इस मामले पर दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि दरभंगा मेयर अंजुम आरा का होली पर्व को लेकर दिया गया बयान अति निंदनीय है। संवैधानिक पद पर बैठकर इस तरह का वक्तव्य देकर सनातनियों की भावना भड़काने का काम नहीं करें। उन्होंने कहा कि मिथिला की भूमि शांति और सौहार्द की भूमि है। मां जानकी की जन्मभूमि है। यहां के लोग प्रति वर्ष होली पर्व आपसी भाईचारे के साथ मनाते रहे हैं। सांसद ने जिला प्रशासन से तुरंत इस मामले पर कार्रवाई करने की मांग की और कहा कि दरभंगा की महान जनता-जनार्दन से आग्रह है कि सभी लोग शांतिपूर्ण ढंग से होली पर्व मनाएं।
जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि जुमे की नमाज हो, होली हो, दिवाली हो या छठ हो, शांति व्यवस्था ही हमारा यूनिक सेलिंग प्वाइंट है। समाज में अमन-चैन कायम रखना जिला प्रशासन और पुलिस पदाधिकारी का काम है। जनप्रतिनिधि को सिर्फ सलाह देने का अधिकार है, न कि ऐसे बयान देकर मीडिया में सनसनी फैलने का काम है। जदयू नेता ने कहा कि जो लोग कानून से छेड़छाड़ करेंगे, उन्हें कानूनी तरीके से समझाया जाएगा।
शिवसेना के नेता और विधायक संजय गायकवाड ने कहा कि एक सेकंड भी होली का त्योहार बंद नहीं होगा। रमजान मुस्लिम का त्योहार है और होली हिंदुओं का त्योहार है। जुमा साल में 52 बार होता है और होली एक बार होती है। होली का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाना चाहिए।
यूपी के रामपुर से सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने कहा, “त्योहार के जरिए लोग एक दूसरे के पास आते हैं। त्योहार से यह संदेश जाता है कि देश के सभी लोग एक परिवार के लोग हैं। कुछ लोग त्योहार का राजनीतिकरण करना चाहते हैं। कुछ लोग ऐसे हैं, जो लोगों को भड़का रहे हैं। उनकी कोशिश है कि लोगों के बीच सौहार्द खत्म हो जाए, लेकिन देश के लोग कभी भी ऐसा नहीं होने देंगे।”
–आईएएनएस
डीएससी/केआर