भारत में वेयरहाउस की मांग 2024 में 12 प्रतिशत बढ़ी, मुंबई सबसे आगे रहा: रिपोर्ट


मुंबई, 12 मार्च (आईएएनएस)। भारत के आठ प्रमुख बाजारों में 2024 में वेयरहाउसिंग ट्रांजैक्शन वॉल्यूम 56.4 मिलियन स्क्वायर फीट रहा है। इसमें सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है। 2023 में यह आंकड़ा 50.3 मिलियन स्क्वायर फीट रहा है। यह जानकारी रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म नाइट फ्रैंक इंडिया द्वारा बुधवार को दी गई।

रिपोर्ट में कहा गया कि वेयरहाउसिंग मार्केट में 233 मिलियन स्क्वायर फीट की अतिरिक्त बिल्डिंग क्षमता है, जो कि 2024 के ट्रांजैक्शन वॉल्यूम की तुलना में चार गुना अधिक है। इससे भविष्य की मांग को आसानी से पूरा किया जा सकता है।

रिपोर्ट में बताया गया कि वेयरहाउस के औसत किराए में वृद्धि हुई है। 2024 में खाली स्थानों की संख्या 11.5 प्रतिशत दर्ज की गई थी, जिससे किराये की वृद्धि सीमित रही।

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया कि 2024 में 62 प्रतिशत या 34.71 मिलियन वर्ग फीट का लेनदेन ग्रेड ए स्पेस में हुआ है।

मांग में वृद्धि में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की भूमिका अहम रही। 2024 में कुल मांग में इस सेक्टर की हिस्सेदारी 39 प्रतिशत थी।

वेयरहाउसिंग सेक्टर के लिए मुंबई सबसे बड़ा मार्केट रहा। 2024 में यहां ट्रांजैक्शन वॉल्यूम 10.3 मिलियन स्क्वायर फीट का रही। मुंबई में थर्ड पार्ट लॉजिस्टिक्स (3पीएल) इंडस्ट्री में मांग का प्राथमिक चालक था। मांग में इसकी हिस्सेदारी 43 प्रतिशत थी।

वेयरहाउसिंग के लिए दिल्ली-एनसीआर दूसरा सबसे बड़ा बाजार था। 2024 में कुल लेनदेन में इसकी हिस्सेदारी 16 प्रतिशत थी।

रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु, कोलकाता, अहमदाबाद और चेन्नई के बाजारों में ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में 25-29 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

रिपोर्ट में कहा गया कि वेयरहाउसिंग सेक्टर में 2024 में निवेश में मजबूत वृद्धि देखी गई। कुल प्राइवेट इक्विटी (पीई) निवेश 1,877 मिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया, जो 2023 में 684 मिलियन अमरीकी डॉलर से 136 प्रतिशत अधिक है।

यह वृद्धि वेयरहाउसिंग सेगमेंट में बढ़ती रुचि को दिखाती है, जो मुख्य रूप से मैन्युफैक्चरिंग, 3पीएल और ई-कॉमर्स सुविधाओं के मजबूत विस्तार से संभव हुई है।

–आईएएनएस

एबीएस/


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