भाजपा सांसदों के तुगलक लेन का नाम 'विवेकानंद मार्ग' करने पर राजनेताओं की मिलीजुली प्रतिक्रिया

नई दिल्ली, 7 मार्च (आईएएनएस)। भाजपा के दो सांसदों, दिनेश शर्मा और कृष्ण पाल गुर्जर ने लुटियंस दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास का पता अपडेट किया। दोनों ने अपने बंगले के बाहर नेमप्लेट पर तुगलक लेन की जगह “विवेकानंद मार्ग” लिखा है। इस पर राजनीतिक हल्कों में बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस ने इसे “सांप्रदायिक विभाजन” भड़काने का एक और प्रयास बताया, जबकि भाजपा ने आरोप को खारिज कर दिया है।
भाजपा प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने कहा कि पिछले 26 वर्षों में संबंधित दलों के “कुशासन” के कारण राजधानी को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
उन्होंने आईएएनएस से कहा, “नई भाजपा सरकार न केवल राजधानी के खोए हुए गौरव को बहाल करेगी, बल्कि समृद्ध सनातन परंपराओं और रीति-रिवाजों को भी कायम रखेगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि ‘विकास और विरासत’ साथ-साथ चलें।”
सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने लुटियंस दिल्ली में तुगलक लेन का “नाम बदलने” को लेकर केंद्र पर निशाना साधा और उस पर देश में नफरत और ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
उन्होंने केंद्र पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, “शेयर बाजार का हाल बेहाल है, निवेशकों की लाखों की संपत्ति लूट ली गई है। युवा दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन सरकार को कोई परवाह नहीं है। सरकार केवल हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दुश्मनी बढ़ाना चाहती है।”
पूर्व कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने इस संबंध में पूछे जाने पर कहा, “मोहम्मद बिन तुगलक को इतिहास में सबसे बुद्धिमान मूर्ख के रूप में पहचाना जाता है। इससे पहले किसी अन्य शासक को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया। मोहम्मद बिन तुगलक के नाम पर बनी सड़क मूर्खता का प्रतीक है।”
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी का वहां रहना समझा जा सकता है। कोई अन्य शिक्षित और समझदार व्यक्ति वहां रहना पसंद नहीं करेगा।”
उल्लेखनीय है कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब भाजपा सांसद दिनेश शर्मा और कृष्ण पाल गुर्जर ने नई दिल्ली के तुगलक लेन स्थित अपने आधिकारिक आवासों के बाहर लगे नेमप्लेट पर पता बदल दिया। उनके नेमप्लेट पर “स्वामी विवेकानंद मार्ग” और नीचे कोष्ठक में “तुगलक लेन” लिखा हुआ है।
–आईएएनएस
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